किसी भी जातक की जन्म कुंडली में स्थिति ग्रहों का प्रभाव उसके जीवन पर व्यापक स्तर पर पड़ता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र मजबूत भाव में होता है तो उसको इसके अच्छे परिणाम मिलते हैं वहीं कमजोर होने पर अच्छे फल प्राप्त नहीं होते। ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह का जातकों पर कैसा प्रभाव पड़ता है आइए जानते हैं।
ज्योतिष में शुक्र ग्रह का क्या महत्व
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी 9 ग्रहों में शुक्र ग्रह को एक शुभ ग्रह माना गया है। शुक्र ग्रह को भौतिक सुख, संपन्नता, कला शोहरत, भोग विलासिता, सौन्दर्य, काम वासना और ऐश्वर्य आदि का कारक माना जाता है। शुक्र को वृष और तुला राशि का स्वामी माना जाता है। कन्या राशि शुक्र ग्रह की नीच राशि और मीन की उच्च राशि होती है। भरणी, पूर्वा फाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा जैसे नक्षत्रों के स्वामी शुक्र ग्रह हैं। अगर मित्र ग्रह की बात करें तो बुध और शनि इनके मित्र ग्रह है जबकि सूर्य और चंद्रमा शत्रु माने जाते हैं। शुक्र एक राशि में करीब 23 दिनों तक रहता है।
- जिन जातकों की कुंडली में शुक्र ग्रह बलवान होता है उनका वैवाहिक जीवन हमेशा सुखी बना रहता है। इसके अलावा कुंडली में शुक्र के मजबूत होने पर व्यक्ति को तमाम तरह के ऐशोआराम और भौतिक सुखों का आनंद प्राप्त होता है।
- वहीं जिन जातकों की कुडली में शुक्र ग्रह कमजोर होता है उनके वैवाहिक जीवन में कई तरह की परेशानियां आती हैं। ऐसे जातकों को शारीरिक, मानसिक, आर्थिक एवं सामाजिक कष्टों का सामना करना पड़ता है।
- कुंडली में मजबूत शुक्र होने पर व्यक्ति कला और साहित्य के क्षेत्र में काम करता है। कुंडली में शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए हर रोज इस शुक्र मंत्र का जप करें। ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः
कुंडली में शुक्र को कैसे बनाएं मजबूत
- शुक्रवार के दिन सफेद वस्तुओं का दान अति शुभ होता है।
- शुक्र की शुभता के लिए काली चीटिंयों को चीनी और सफेद गाय को आटा खिलाना चाहिए।
- शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए शुक्रवार के दिन व्रत रखें और शुक्र संबंधी चीजों का दान करें। साथ ही शुक्रदेव के ॐ शुं शुक्राय नम: अथवा ॐ हिमकुन्दमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम् सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहम् का जप करें।
- कुंडली में शुक्र की शुभता पाने के लिए शुक्र यंत्र को विधिविधान से पूजा करवाकर पूजन स्थल में रखने पर लाभ प्राप्त होता है। यंत्र का स्थापित करने के पश्चात् सफेद पुष्प अर्पित करते हुए उसकी नियमित रूप से पूजा भी करना चाहिए।
- शुक्र की शुभता प्रदान करने वाले रत्नों में हीरा,सफेद पुखराज आदि रत्न हैं। इसके अलावा स्फटिक की माला और चांदी का कड़ा धारण करने से भी शुक्र की शुभता प्राप्त होती है।लेकिन इसे धारण करने से एक बार किसी अच्छे ज्योतिषी से जरूर सलाह लें।
किसी भी जातक की जन्म कुंडली में स्थिति ग्रहों का प्रभाव उसके जीवन पर व्यापक स्तर पर पड़ता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र मजबूत भाव में होता है तो उसको इसके अच्छे परिणाम मिलते हैं वहीं कमजोर होने पर अच्छे फल प्राप्त नहीं होते। ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह का जातकों पर कैसा प्रभाव पड़ता है आइए जानते हैं।
ज्योतिष में शुक्र ग्रह का क्या महत्व
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी 9 ग्रहों में शुक्र ग्रह को एक शुभ ग्रह माना गया है। शुक्र ग्रह को भौतिक सुख, संपन्नता, कला शोहरत, भोग विलासिता, सौन्दर्य, काम वासना और ऐश्वर्य आदि का कारक माना जाता है। शुक्र को वृष और तुला राशि का स्वामी माना जाता है। कन्या राशि शुक्र ग्रह की नीच राशि और मीन की उच्च राशि होती है। भरणी, पूर्वा फाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा जैसे नक्षत्रों के स्वामी शुक्र ग्रह हैं। अगर मित्र ग्रह की बात करें तो बुध और शनि इनके मित्र ग्रह है जबकि सूर्य और चंद्रमा शत्रु माने जाते हैं। शुक्र एक राशि में करीब 23 दिनों तक रहता है।
- जिन जातकों की कुंडली में शुक्र ग्रह बलवान होता है उनका वैवाहिक जीवन हमेशा सुखी बना रहता है। इसके अलावा कुंडली में शुक्र के मजबूत होने पर व्यक्ति को तमाम तरह के ऐशोआराम और भौतिक सुखों का आनंद प्राप्त होता है।
- वहीं जिन जातकों की कुडली में शुक्र ग्रह कमजोर होता है उनके वैवाहिक जीवन में कई तरह की परेशानियां आती हैं। ऐसे जातकों को शारीरिक, मानसिक, आर्थिक एवं सामाजिक कष्टों का सामना करना पड़ता है।
- कुंडली में मजबूत शुक्र होने पर व्यक्ति कला और साहित्य के क्षेत्र में काम करता है। कुंडली में शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए हर रोज इस शुक्र मंत्र का जप करें। ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः
कुंडली में शुक्र को कैसे बनाएं मजबूत
- शुक्रवार के दिन सफेद वस्तुओं का दान अति शुभ होता है।
- शुक्र की शुभता के लिए काली चीटिंयों को चीनी और सफेद गाय को आटा खिलाना चाहिए।
- शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए शुक्रवार के दिन व्रत रखें और शुक्र संबंधी चीजों का दान करें। साथ ही शुक्रदेव के ॐ शुं शुक्राय नम: अथवा ॐ हिमकुन्दमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम् सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहम् का जप करें।
- कुंडली में शुक्र की शुभता पाने के लिए शुक्र यंत्र को विधिविधान से पूजा करवाकर पूजन स्थल में रखने पर लाभ प्राप्त होता है। यंत्र का स्थापित करने के पश्चात् सफेद पुष्प अर्पित करते हुए उसकी नियमित रूप से पूजा भी करना चाहिए।
- शुक्र की शुभता प्रदान करने वाले रत्नों में हीरा,सफेद पुखराज आदि रत्न हैं। इसके अलावा स्फटिक की माला और चांदी का कड़ा धारण करने से भी शुक्र की शुभता प्राप्त होती है।लेकिन इसे धारण करने से एक बार किसी अच्छे ज्योतिषी से जरूर सलाह लें।