भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की पांच शहनाइयां किसी और ने नहीं बल्कि उनके पोते नजरे हसन उर्फ शादाब ने उधारी चुकाने के लिए चुराई थीं। कर्ज में डूबे शादाब ने ये शहनाइयां सर्राफा व्यापारी शंकर लाल सेठ और उसके बेटे सुजीत सेठ को महज 17 हजार रुपये में बेच दी थी। यूपी एसटीएफ ने तीनों मुजरिमों को गिरफ्तार कर उनसे तीन शहनाइयां, एक किलो 66 ग्राम चांदी , चार हजार दो सौ रुपये रुपये और लकड़ी की एक शहनाई भी बरामद कर ली है।