पांच दिन से निकली धूप के बाद आसमान में छाए बादल शाम को बरये। इस बारिश से बढ़ी ठंड ने जहां लोगों की मुश्किल बढ़ा दी है। वहीं ये बारिश गेहूं, सरसों, गन्ना और सब्जियों की फसल के लिए वरदान है। दिनभर बादल छाए रहने और बारिश से एक दिन पहले के मुकाबले अधिकतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।
करीब एक सप्ताह से दिन में तेज धूप से गर्मी का एहसास होने लगा था। वहीं दो दिन से फिर आसमान में बादल छाए रहने से मौसम में ठंडक बढ़ने लगी थी। रविवार को भी दिनभर सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। इसके बाद शाम करीब पांच बजे बारिश शुरू हो गई। इसके बाद चली ठंडी हवाओं के कारण लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
वहीं दिनभर कोहरा और बादल छाए रहने व शाम को बारिश होने से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज हुई। एक दिन पहले अधिकतम तापमान 21 था जो रविवार को घटकर 18 डिग्री सेल्सियस रह गया। वहीं दूसरी ओर यह बारिश फसलों के लिए वरदान बताई जा रही है। पाले में खराब हो रही फसलों के लिए ये बारिश खाद का काम करेगी। मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराड़ी ने बताया कि इस समय बारिश सभी फसलों के लिए लाभकारी साबित होगी। हालांकि अब तेज बारिश या ओलावृष्टि होती है तो सरसों की फसल को नुकसान हो सकता है।
दो दिन में 30 एमएम बारिश का अनुमान
मौसम वैज्ञानिकों ने रविवार को होने वाली बारिश का पहले ही पूर्वानुमान लगाया था। वहीं मौसम वैज्ञानिकों ने सोमवार और मंगलवार को भी दो दिन में 30 मिलीमीटर बारिश की संभावना जताई है। बारिश थमने के बाद ठंड बढ़ने के आसार हैं इसलिए लोग घरों से बाहर निकलते समय एहतियात जरूर बरतें।