भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने उत्तरकाशी के मोरी में अनुसूचित जाति के युवक के मंदिर में प्रवेश करने को लेकर बंधक बनाकर मारपीट किए जाने के विरोध में प्रदर्शन कर जुलूस निकाला। इसके बाद एएसडीएम को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा दिए जाने की मांग की।
भीम आर्मी के कार्यकर्ता शनिवार सुबह करीब 10 बजे दिल्ली-हरिद्वार हाईवे पर वाल्मीकि चौक पर एकत्र हुए। वहां से नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में तहसील पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष महक सिंह ने कहा कि प्रदेश में अनुसूचित जाति के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उत्तरकाशी के मोरी थाना क्षेत्र की घटना शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि मोरी के युवक को मंदिर में प्रवेश करने की सजा दी गई और उसे जलते हुए अंगारों से दागा गया। परिवार की गुहार का भी किसी पर असर नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अब भी प्रशासन आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाने और पीड़ित परिवार को 20 लाख का मुआवजा दिए जाने की मांग की। इसके अलावा हल्द्वानी के बनफूलपूरा में रेलवे के साथ भूमि विवाद मामले में लोगों को राहत दिए जाने की मांग की। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने एएसडीएम विजय नाथ शुक्ला को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने वालों में अब्दुल वसीम, प्रवीण नौटियाल, किरत कर्णवाल, साहुल, तालिब, रेखा रानी, जितेंद्र राणा, काजी मोनीश एहतेशाम, श्याम सुंदर आदि शामिल थे।