हल्द्वानी। जमरानी बांध परियोजना की अब धरातल पर उतरने की संभावना और बढ़ गई है। जमरानी बांध के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक फंडिंग करेगा।
जमरानी बांधी परियोजना के निरीक्षण के लिए एडीबी की छह सदस्यीय टीम विगत सोमवार से जामरानी क्षेत्र और जिले के अन्य क्षेत्रों में भ्रमण कर रही है। मंगलवार सुबह टीम के सदस्यों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ अमृतपुर और गौलापार क्षेत्रों का भ्रमण किया। सदस्यों ने जानकारियां और सूचनाएं जुटाईं। दोपहर में टीम की आयुक्त/ सचिव मुख्यमंत्री राजीव रौतेला के साथ बैठक हुई।
रौतेला ने बताया कि जमरानी बांध को परियावणीय एवं वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है। एडीबी की टीम को जमरानी बांध को लेकर प्रशासनिक स्तर पर किए गए होमवर्क और पूरा डाटा दिया गया है। टीम अब सोशल इंपैक्ट एसेसमेंट करते हुए आगे की कार्रवाई करेगी। टीम ने स्थलीय निरीक्षण के बाद कुछ जरूरी अभिलेख उपलब्ध कराने को कहा है। टीम ने सकारात्मक रवैया दिखाया है।
धारा 11 के तहत डूब क्षेत्र में आने वाले लोगों की भूमि परियोजना के लिए अधिकृत की जाएगी। प्रभावित लोगों को प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशन में सितारंगज, खटीमा और चंपावत के बनबसा कस्बों में विस्थापित किया जाएगा। जल्द ही जमरानी परियोजना पर चरणबद्ध तरीके से काम शुरू हो जाएगा। बैठक में विभागाध्यक्ष सिंचाई मुकेश मोहन, चीफ इंजीनियर सिंचाई एमसी पांडे, एसई संजय शुक्ला, एडीएम वित्त राजस्व सुरेंद्र सिंह जंगपांगी, एडीएम नजूल जगदीश चंद्र कांडपाल, भूमि आधिपत्य अधिकार एनएस नबियाल आदि थे।
छह सदस्यों की टीम
अरनाउड क्यूहोशिश प्रिंसिपल वाटर रिसोर्स स्पेशलिस्ट एसएईआर, ब्रांडो एंजिल्स एसोसिएट इंवायरमेंट आफिसर एसएईआर, मैरी एल होस्टिस वाटर रिसोर्स स्पेशलिस्ट एसएईआर, फ्रांस्सिको रिचिआरडी इंवायरमेंट स्पेशलिस्ट, राजेश यादव सीनियर प्रोजेक्ट आफिसर नेशनल रिसोर्स एंड एग्रीकल्चर, कृष्णा एस रौतेला एसोसिएट प्रोजेक्ट आफिसर आईएनआरएम शामिल हैं।
26 अरब की धनराशि का किया जाएगा सदुपयोग
हल्द्वानी। डीएम सविन बंसल ने एडीबी की टीम को विश्वास दिलाया कि जमरानी बांध के लिए मिलने वाली 26 अरब की धनराशि का सदुपयोग किया जाएगा। बंसल ने सोमवार देर रात सर्किट हाउस मेें एडीबी की टीम सदस्यों के समक्ष डाटा प्रजेंटेशन के माध्यम से जमरानी बांध प्रोजेक्ट के संबंध में जानकारी दी। बांध के निर्माण में गुणवत्ता एवं समयबद्धता के मानकों के अनुसार कार्य करने के लिए सिंचाई महकमे की टीम सक्षम एवं तत्पर है। एडीबी की टीम को बताया कि दो वर्षों तक एडीबी का प्रबंधन कर चुके हैं।
हल्द्वानी। जमरानी बांध परियोजना की अब धरातल पर उतरने की संभावना और बढ़ गई है। जमरानी बांध के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक फंडिंग करेगा।
जमरानी बांधी परियोजना के निरीक्षण के लिए एडीबी की छह सदस्यीय टीम विगत सोमवार से जामरानी क्षेत्र और जिले के अन्य क्षेत्रों में भ्रमण कर रही है। मंगलवार सुबह टीम के सदस्यों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ अमृतपुर और गौलापार क्षेत्रों का भ्रमण किया। सदस्यों ने जानकारियां और सूचनाएं जुटाईं। दोपहर में टीम की आयुक्त/ सचिव मुख्यमंत्री राजीव रौतेला के साथ बैठक हुई।
रौतेला ने बताया कि जमरानी बांध को परियावणीय एवं वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है। एडीबी की टीम को जमरानी बांध को लेकर प्रशासनिक स्तर पर किए गए होमवर्क और पूरा डाटा दिया गया है। टीम अब सोशल इंपैक्ट एसेसमेंट करते हुए आगे की कार्रवाई करेगी। टीम ने स्थलीय निरीक्षण के बाद कुछ जरूरी अभिलेख उपलब्ध कराने को कहा है। टीम ने सकारात्मक रवैया दिखाया है।
धारा 11 के तहत डूब क्षेत्र में आने वाले लोगों की भूमि परियोजना के लिए अधिकृत की जाएगी। प्रभावित लोगों को प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशन में सितारंगज, खटीमा और चंपावत के बनबसा कस्बों में विस्थापित किया जाएगा। जल्द ही जमरानी परियोजना पर चरणबद्ध तरीके से काम शुरू हो जाएगा। बैठक में विभागाध्यक्ष सिंचाई मुकेश मोहन, चीफ इंजीनियर सिंचाई एमसी पांडे, एसई संजय शुक्ला, एडीएम वित्त राजस्व सुरेंद्र सिंह जंगपांगी, एडीएम नजूल जगदीश चंद्र कांडपाल, भूमि आधिपत्य अधिकार एनएस नबियाल आदि थे।
छह सदस्यों की टीम
अरनाउड क्यूहोशिश प्रिंसिपल वाटर रिसोर्स स्पेशलिस्ट एसएईआर, ब्रांडो एंजिल्स एसोसिएट इंवायरमेंट आफिसर एसएईआर, मैरी एल होस्टिस वाटर रिसोर्स स्पेशलिस्ट एसएईआर, फ्रांस्सिको रिचिआरडी इंवायरमेंट स्पेशलिस्ट, राजेश यादव सीनियर प्रोजेक्ट आफिसर नेशनल रिसोर्स एंड एग्रीकल्चर, कृष्णा एस रौतेला एसोसिएट प्रोजेक्ट आफिसर आईएनआरएम शामिल हैं।
26 अरब की धनराशि का किया जाएगा सदुपयोग
हल्द्वानी। डीएम सविन बंसल ने एडीबी की टीम को विश्वास दिलाया कि जमरानी बांध के लिए मिलने वाली 26 अरब की धनराशि का सदुपयोग किया जाएगा। बंसल ने सोमवार देर रात सर्किट हाउस मेें एडीबी की टीम सदस्यों के समक्ष डाटा प्रजेंटेशन के माध्यम से जमरानी बांध प्रोजेक्ट के संबंध में जानकारी दी। बांध के निर्माण में गुणवत्ता एवं समयबद्धता के मानकों के अनुसार कार्य करने के लिए सिंचाई महकमे की टीम सक्षम एवं तत्पर है। एडीबी की टीम को बताया कि दो वर्षों तक एडीबी का प्रबंधन कर चुके हैं।