उच्च हिमालयी क्षेत्र में लगातार भारी बर्फबारी हो रही है। ऐसे में सतोपंथ की ट्रेकिंग पर गया दल आधे रास्ते से लौट आया है। दल के सदस्यों का कहना है कि बर्फबारी से रास्ता काफी जोखिम भरा हो गया है।
बदरीनाथ से तीन किमी आगे माणा गांव से सतोपंथ ट्रेक शुरू होता है। करीब 19 किमी की चढ़ाई के बाद 4600 मीटर की ऊंचाई पर सतोपंथ है। ट्रेकिंग के शौकीन लोग मई और जून में यहां जाते हैं। 23 मई को जोशीमठ से बंगलूरू के तीन सदस्यों का दल सतोपंथ के लिए रवाना हुआ था। दल को लेकर गए गाइड संजय सती ने बताया कि ट्रेक पर लगातार बर्फबारी हो रही है। रास्ते पर इतनी बर्फ है कि सही दिशा और लोकेशन का अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा है। इसीलिए बृहस्पतिवार को दल चक्रतीर्थ से ही वापस आ गया। संवाद
उच्च हिमालयी क्षेत्र में लगातार भारी बर्फबारी हो रही है। ऐसे में सतोपंथ की ट्रेकिंग पर गया दल आधे रास्ते से लौट आया है। दल के सदस्यों का कहना है कि बर्फबारी से रास्ता काफी जोखिम भरा हो गया है।
बदरीनाथ से तीन किमी आगे माणा गांव से सतोपंथ ट्रेक शुरू होता है। करीब 19 किमी की चढ़ाई के बाद 4600 मीटर की ऊंचाई पर सतोपंथ है। ट्रेकिंग के शौकीन लोग मई और जून में यहां जाते हैं। 23 मई को जोशीमठ से बंगलूरू के तीन सदस्यों का दल सतोपंथ के लिए रवाना हुआ था। दल को लेकर गए गाइड संजय सती ने बताया कि ट्रेक पर लगातार बर्फबारी हो रही है। रास्ते पर इतनी बर्फ है कि सही दिशा और लोकेशन का अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा है। इसीलिए बृहस्पतिवार को दल चक्रतीर्थ से ही वापस आ गया। संवाद