धर्म डेस्क, अमरउजाला, नई दिल्ली
Published by: श्वेता सिंह
Updated Fri, 21 Jan 2022 07:30 AM IST
Sakat Chaturthi 2022: माघ मास में सकट चौथ का पर्व मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। सकट चौथ का व्रत 21 जनवरी यानि आज रखा जाएगा। संतान की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और जीवन में सुख समृद्धि की कामना के लिए सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सकट चौथ का व्रत भगवान गणेश के प्रति अपनी आस्था प्रगट करने के लिए मनाया जाता है। प्रत्येक वर्ष माघ के महीने में सकट चौथ के दिन भगवान गणेश को मोदक, लड्डू और दूर्वा अर्पित किया जाता है। इस दिन गणेश स्तुति, गणेश चालीसा और सकट चौथ व्रत कथा का पाठ किया किया जाता है। आइए जानते हैं कि कब है सकट चौथ की तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त और चंद्रोदय का समय।
शुभ योग और चंद्रोदय समय
चतुर्थी तिथि आरंभ: 21 जनवरी, शुक्रवार, प्रातः 08:51 मिनट से
चतुर्थी तिथि समाप्त: 22 जनवरी, शनिवार, प्रातः 09:14 बजे तक
चंद्रोदय का समय: 21 जनवरी, रात्रि लगभग 9:00 बजे होगा।
शुभ योग: शुक्रवार को पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से सिद्धि योग बन रहा है।
पूजा विधि
- संकष्टी चतुर्थी (सकट चौथ) को ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें।
- इस दिन पीले या लाल रंग के वस्त्र धारण करें ।
- पूजा स्थल की अच्छे से सफाई कर लें फिर लाल रंग के आसन पर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें।
- उनके सामने घी का दीप प्रजवलित करें और सिंदूर से तिलक करें।
- इसके बाद गणेश जी को फल- फूल और मिष्ठान का भोग लगाएं।
- पूजा के दौरान गणेश जी को 21 दूर्वा गांठे उनके अलग अलग नाम का उच्चारण करके अर्पित करें।
- सायं काल में चंद्रदेव को अर्घ्य दें और अपने सामर्थ्य के अनुसार दान करके इस व्रत का पारण करें।
विस्तार
Sakat Chaturthi 2022: माघ मास में सकट चौथ का पर्व मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। सकट चौथ का व्रत 21 जनवरी यानि आज रखा जाएगा। संतान की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और जीवन में सुख समृद्धि की कामना के लिए सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सकट चौथ का व्रत भगवान गणेश के प्रति अपनी आस्था प्रगट करने के लिए मनाया जाता है। प्रत्येक वर्ष माघ के महीने में सकट चौथ के दिन भगवान गणेश को मोदक, लड्डू और दूर्वा अर्पित किया जाता है। इस दिन गणेश स्तुति, गणेश चालीसा और सकट चौथ व्रत कथा का पाठ किया किया जाता है। आइए जानते हैं कि कब है सकट चौथ की तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त और चंद्रोदय का समय।