हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के सरकारी दफ्तरों में महिला अफसरों की ब्रिगेड कन्या भ्रूण हत्या रोकने और बेटी बचाओ का संदेश दे रही हैं। जिले के अहम पदों पर महिला अफसरों को देख लोगों पर इनकी बात का असर भी होता नजर आ रहा है। इसी का नतीजा माना जा रहा है कि हमीरपुर में नवजात बेटियों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है।
जिले में प्रशासनिक सेवाओं से लेकर अन्य विभागों के बड़े एवं महत्वपूर्ण पदों पर आठ महिला अधिकारियों का दबदबा है। एडिशनल डिप्टी कमिश्नर, एसडीएम, सीएमओ, महिला एवं बाल विकास विभाग में जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल
विकास परियोजना अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, क्षेत्रीय अस्पताल हमीरपुर के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट से लेकर लोक निर्माण विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर महिला अधिकारी सेवाएं दे रही हैं।
ये आठों महिला अधिकारी अपने-अपने विभागों में बेहतरीन सेवाएं देने के अलावा लोगों को बेटियों के बारे में जागरूक भी कर रही हैं। जिला में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान और बेटी है अनमोल के तहत लोगों को जागरूक करने के अलावा कन्या भ्रूण हत्या रोकने सहित सामाजिक बुराइयों से बचाने का संदेश दे रही हैं।
जिले के सरकारी विभागों में महिला अधिकारियों की यह ब्रिगेड लोगों की बेटी के प्रति नकारात्मक सोच बदलने में भी कारगर साबित हुई है। जिले में धीरे-धीरे कन्याओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। बेटी है अनमोल योजना के अलावा जिला प्रशासन ने जिले में मुस्कान योजना शुरू की थी।
इसके तहत सभी गर्भवती महिलाओं का आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकरण अनिवार्य था ताकि सही तरीके से मॉनिटरिंग हो सके। अब जिले में हर माह की 11 तारीख को बेटियों के जन्म पर उनके जन्मदिन मनाए जा रहे हैं और अभिभावकों को बधाइयां दी जा रही हैं। साथ ही प्रशासन से प्रमाणपत्र भी दिए जा रहे हैं। जिले में इस योजना के तहत 11.10 लाख का बजट भी मिला है।
- रूपाली ठाकुर, एडीसी
- कृत्तिका कुल्हारी, एसडीएम
- डॉ. सावित्री कटवाल, सीएमओ
- डॉ. अर्चना सोनी, एमएस, आरएच हमीरपुर
- वंदना चौहान, डीपीओ, महिला एवं बाल विकास विभाग
- मोनिका नांटा, सीडीपीओ
- अस्मिता ठाकुर, बीडीओ, हमीरपुर
- इंजीनियर शिवानी, जेई, लोनिवि
हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के सरकारी दफ्तरों में महिला अफसरों की ब्रिगेड कन्या भ्रूण हत्या रोकने और बेटी बचाओ का संदेश दे रही हैं। जिले के अहम पदों पर महिला अफसरों को देख लोगों पर इनकी बात का असर भी होता नजर आ रहा है। इसी का नतीजा माना जा रहा है कि हमीरपुर में नवजात बेटियों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है।
जिले में प्रशासनिक सेवाओं से लेकर अन्य विभागों के बड़े एवं महत्वपूर्ण पदों पर आठ महिला अधिकारियों का दबदबा है। एडिशनल डिप्टी कमिश्नर, एसडीएम, सीएमओ, महिला एवं बाल विकास विभाग में जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल
विकास परियोजना अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, क्षेत्रीय अस्पताल हमीरपुर के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट से लेकर लोक निर्माण विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर महिला अधिकारी सेवाएं दे रही हैं।