मजाकिया अंदाज में अक्सर कहा जाता है कि जिंदगी में तबाही मचाने के लिए एक पत्नी ही काफी है। लेकिन सभी लोग इस सिद्धांत में यकीन नहीं रखते। खास तौर से यह जनाब तो कतई नहीं।
राजस्थान के उदयपुर जिले में छतरपुरा गांव में एक निराली शादी हुई। आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले एक युवक ने एक साथ, एक ही मंडप में दो युवतियों से ब्याह रचाकर अजीबोगरीब माहौल बना दिया।
भगवती लाल ने दोनों युवतियों के माता-पिता से मंजूरी लेने के बाद यह खास शादी की। झाड़ोल पुलिस थाने के सीनियर पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
संयोग ने दोनों दुल्हनों का नाम भी रेखा है। भगवती इनमें से एक महिला के साथ बिना शादी किए रह रहा था और इस बीच उसे दूसरी युवती से मोहब्बत हो गई।
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि युवतियां बालिग हैं या नाबालिग। आदिवासी परंपरा के मुताबिक पुरुष नात प्रथा में यकीन रखते हैं, जिसके तहत वह एक से ज्यादा युवती से शादी कर सकते हैं। एक सिपाही को दस्तावेजों की जांच के लिए गांव भेजा गया है।'
संपर्क करने पर एसपी हरीश प्रसाद शर्मा ने कहा कि ऐसी शादी हो सकती है, क्योंकि आदिवासियों में इस तरह का रिवाज है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि कहीं कोई अपराध तो नहीं हुआ।
मजाकिया अंदाज में अक्सर कहा जाता है कि जिंदगी में तबाही मचाने के लिए एक पत्नी ही काफी है। लेकिन सभी लोग इस सिद्धांत में यकीन नहीं रखते। खास तौर से यह जनाब तो कतई नहीं।
राजस्थान के उदयपुर जिले में छतरपुरा गांव में एक निराली शादी हुई। आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले एक युवक ने एक साथ, एक ही मंडप में दो युवतियों से ब्याह रचाकर अजीबोगरीब माहौल बना दिया।
भगवती लाल ने दोनों युवतियों के माता-पिता से मंजूरी लेने के बाद यह खास शादी की। झाड़ोल पुलिस थाने के सीनियर पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
संयोग ने दोनों दुल्हनों का नाम भी रेखा है। भगवती इनमें से एक महिला के साथ बिना शादी किए रह रहा था और इस बीच उसे दूसरी युवती से मोहब्बत हो गई।
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि युवतियां बालिग हैं या नाबालिग। आदिवासी परंपरा के मुताबिक पुरुष नात प्रथा में यकीन रखते हैं, जिसके तहत वह एक से ज्यादा युवती से शादी कर सकते हैं। एक सिपाही को दस्तावेजों की जांच के लिए गांव भेजा गया है।'
संपर्क करने पर एसपी हरीश प्रसाद शर्मा ने कहा कि ऐसी शादी हो सकती है, क्योंकि आदिवासियों में इस तरह का रिवाज है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि कहीं कोई अपराध तो नहीं हुआ।