कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा का विशेष महत्व माना गया है। इस बार कार्तिक मास की पूर्णिमा का स्नान 30 नवंबर को किया जाएगा। कार्तिक का माह शुरु होते ही एक के बाद एक त्योहार आरंभ हो जाते हैं। कार्तिक पूर्णिमा इस माह का अंतिम पर्व होता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का अंत किया था, जिसके कारण उनका नाम त्रिपुरारी पड़ा। इसलिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली भी मनाई जाती है। इस दिन दान और स्नान का बहुत महत्व माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन कुछ कार्य अवश्य करने चाहिए। इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। जानते हैं...