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Chaitra Navratri 2023: आज से नवरात्रि आरंभ, जानिए नौ देवी के प्रिय भोग और मिलने वाला फल
धर्म डेस्क, अमर उजाला Published by: विनोद शुक्ला Updated Wed, 22 Mar 2023 12:10 AM IST
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Navratri 2023: नवरात्रि के नौ दिनों में व्रत रखने और पूजन करने वालों के लिए कुछ नियम होते हैं।
- फोटो : अमर उजाला
चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व शुरू हो चुका है। नवरात्रि में पूरे 9 दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-उपासना की जाती है। मान्यता है कि इन दिनों माता रानी अपने भक्तों के मनोरथों को पूर्ण करने पृथ्वी पर आती हैं। माना जाता कि जिस वाहन पर सवार होकर देवी आती हैं, उस वाहन को शुभ-अशुभ फल का सूचक माना गया है। इसका प्रकृति से लेकर मनुष्य जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष के अनुसार, माता रानी इस बार नौका में सवार होकर आएंगी ,नौका पर सवार होकर आना सर्वसिद्धिदायक होता है। नवरात्रि के नौ दिनों में व्रत रखने और पूजन करने वालों के लिए कुछ नियम होते हैं। साथ ही इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों को उनका प्रिय भोग लगाकर मां का आशीर्वाद पाया जा सकता है।
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प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री
- फोटो : amar ujala
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प्रथम मां शैलपुत्री
माता शैलपुत्री हिमालय की पुत्री हैं, इसीलिए इनको सफेद रंग बेहद प्रिय है। इस दिन मां को गाय के घी का भोग लगाना शुभ माना गया है।
फल- मान्यता है कि ऐसा करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है और देवी माँ अपने भक्तों को हर संकट से मुक्ति देती है।
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दूसरा स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी
- फोटो : amar ujala
मां ब्रह्मचारिणी
इस दिन मां ब्रह्मचारिणी को अन्य भोग के अलावा शक्कर और पंचामृत का भोग लगाना चाहिए।
फल- मान्यता है कि यह भोग लगाने से माँ दीर्घायु होने का वरदान देती हैं। इनके पूजन-अर्चना से आपके व्यक्तित्व में वैराग्य, सदाचार और संयम बढ़ने लगता है।
मां चंद्रघंटा
मां को दूध से बनी मिठाइयां, खीर आदि का भोग लगाएं, जिससे माता चंद्र घंटा अधिक प्रसन्न होती हैं।
फल-मान्यता है कि ऐसा करने से धन-वैभव व ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है साथ ही इनकी पूजा-अर्चना से मानव सांसारिक कष्टों से मुक्ति पाते हैं।
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चौथा स्वरूप मां कूष्मांडा
- फोटो : amar ujala
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मां कूष्मांडा
नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा अर्चना की जाती है और माता को मालपुए का भोग लगाया जाता है।
फल- ऐसा करने से बुद्धि का विकास होता है और मनोबल भी बढ़ता है।
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