डिस्को किंग के नाम से मशूहर रहे म्यूजिक डायरेक्टर बप्पी लाहिड़ी अगर आज हमारे बीच होते तो अपना 70वां जन्मदिन मना रहे होते। बप्पी दा का जन्म 27 नवंबर 1952 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था। इसी वर्ष फरवरी में वह इस दुनिया को अलविदा कह गए। बप्पी लाहिड़ी को उनकी गायिकी के अलावा उनके अलग स्टाइल के लिए भी जाना जाता था। वह गोल्ड ज्वैलरी पहनने के काफी शौकीन थे। अक्सर वह भारी-भरकम गहने पहनकर घर से निकलते थे। उनके गले में हरे राम-हरे कृष्णा का पेंडेंट हमेशा रहता था। आखिर क्या थी इसकी वजह? आइए जानते हैं...
ज्वैलरी बप्पी दा के स्टाइल का जरूरी हिस्सा थी। वक्त के साथ भी इसमें जरा भी फीकापन नहीं आया था, बल्कि नए डिजाइन के साथ इसमें और इजाफा होता गया। कई बार उन पर सवाल भी उठते कि आखिर क्यों इतना टाइम बीत जाने पर भी बप्पी लाहिड़ी ने इस पहचान को खुद से अलग नहीं किया। इसकी वजह खुद बप्पी लाहिड़ी ने एक मीडिया बातचीत में बताई थी। दरअसल, एक इंटरव्यू के दौरान उनसे ज्वैलरी के लिए इस तरह के पैशन को लेकर सवाल किया गया था। इस पर सिंगर ने बहुत ही सहजता से अपना जवाब दिया। उनका पहला जवाब था कि 'सोना मेरा भगवान है'।
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इसके अलावा बप्पी दा ने एक और रोचक किस्सा साझा किया था। उन्होंने गणेश जी का लॉकेट पहनने की वजह भी बताई थी। उन्होंने उस प्रसंग का जिक्र किया था, जब एक जगह भगवान गणेश की मूर्ति में से दूध निकलने की खबर आई थी। उसी दौरान सिंगर के सपने में भगवान आए थे, जिसके बाद उन्होंने गले में गणपति बप्पा का लॉकेट धारण किया। इसके बाद बप्पी दा ने अपने बाकी के गहनों के बारे में भी बताया था। बता दें कि बप्पी दा हनुमान जी और अपने गुरु की तस्वीर का पेंडेंट पहनते थे। वह इन्हें अपने लिए लकी मानते थे।
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