कन्या राशि
कन्या राशि के स्वामी बुध हैं और बुध ग्रह इसी राशि में उच्च के होते हैं। यह कालपुरुष की षष्टम भाव की राशि है। द्विस्वभाव राशि होने से ऐसे लोग बदलाव पसंद करते हैं और समय रहते अपना निर्णय नहीं ले पाते। कन्या राशि वाले बहुत समझदार होते हैं, लेकिन निर्णय लेने में कमज़ोर ही रहते हैं, क्योंकि एक निर्णय लेने के बाद बहुत जल्दी बदल भी लेते हैं। यह लोग व्यावहारिक होते हैं और अपने कार्य के प्रति बहुत समर्पित भी । इन्हें पढ़ाई-लिखाई बेहद पसंद होती है और ये भाषण देने में माहिर होते हैं।
कन्या राशि पृथ्वी तत्व राशि है, जिससे यह लोग रुढ़िवादी होते हैं। ऐसे जातक अपने परिवार के प्रति समर्पित और सेवाभाव में माहिर होते हैं। कन्या राशि वाले किसी से लड़ने में आए तो यह लोग बहुत ही दिमाग से उनका सामना करते हैं। कन्या राशि वालों के तृतीय भाव में इस वर्ष केतु और नवम भाव में राहु का गोचर रहेगा।
कन्या राशि के स्वामी बुध हैं और बुध ग्रह इसी राशि में उच्च के होते हैं। यह कालपुरुष की षष्टम भाव की राशि है। द्विस्वभाव राशि होने से ऐसे लोग बदलाव पसंद करते हैं और समय रहते अपना निर्णय नहीं ले पाते। कन्या राशि वाले बहुत समझदार होते हैं, लेकिन निर्णय लेने में कमज़ोर ही रहते हैं, क्योंकि एक निर्णय लेने के बाद बहुत जल्दी बदल भी लेते हैं। यह लोग व्यावहारिक होते हैं और अपने कार्य के प्रति बहुत समर्पित भी । इन्हें पढ़ाई-लिखाई बेहद पसंद होती है और ये भाषण देने में माहिर होते हैं।
कन्या राशि पृथ्वी तत्व राशि है, जिससे यह लोग रुढ़िवादी होते हैं। ऐसे जातक अपने परिवार के प्रति समर्पित और सेवाभाव में माहिर होते हैं। कन्या राशि वाले किसी से लड़ने में आए तो यह लोग बहुत ही दिमाग से उनका सामना करते हैं। कन्या राशि वालों के तृतीय भाव में इस वर्ष केतु और नवम भाव में राहु का गोचर रहेगा।