Bihar Assembly Election 2020: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध करने वाले विपक्ष पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा, जब सीएए आया तो इन्होंने झूठ फैलाया कि बहुत सारे भारतीयों की नागरिकता चली जाएगी। अब एक साल होने को है, लेकिन क्या किसी भी भारतीय नागरिक की नागरिकता गई? झूठ बोलकर, लोगों को डराकर ये लोग हमेशा अपना स्वार्थ साधते रहे हैं। आप लोगों का विश्वास तोड़ते रहे है।
बिहार विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण के मतदान से पहले समस्तीपुर, छपरा, मोतिहारी और बगहा की चुनावी रैलियों में पीएम मोदी ने सीएए, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 की समाप्ति, राममंदिर समेत कई अहम मुद्दों पर विपक्ष पर करारा वार किया।
उन्होंने कहा, राजनीतिक स्वार्थ के लिए एनडीए के विरोध में खड़े लोगों के पास न तो तथ्य हैं और न तर्क। राष्ट्रहित और जनहित के लिए उठाए गए हर कदम का विरोध करना, हताशा-निराशा का वातावरण पैदा करना, नकारात्मकता-नकारात्मकता-नकारात्मकता यही इनकी रणनीति है।
उन्होंने कहा, जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया तब कुछ नकारात्मक लोगों ने कहा कि कश्मीर में आग लग जाएगी और खून की नदियां बह जाएंगी। विरोधियों ने आग लगाने के लिए और अशांति फैलाने के लिए न जाने क्या क्या बोला। आज जम्मू कश्मीर और लद्दाख शांति से विकास के नए पथ पर अग्रसर हैं।
मोदी ने कहा, भाजपा और एनडीए के प्रति आपका यह प्रेम कुछ लोगों को अच्छा नहीं लग रहा। उनकी रात की नींद उड़ गई है। उनकी हताशा, निराशा, बौखलाहट बिहार की जनता बराबर देख रही है। उनके चेहरे से हंसी गायब हो गई है। पीएम मोदी ने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि अब सच्चाई सामने आने के बाद कांग्रेस के चेहरे से नकाब उतर गया है।
भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाने वालों को न भूलें
प्रधानमंत्री ने कहा, आज पूरे देश के सहयोग, जनभागीदारी से अयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण हो रहा है। इस समय भी आपको उन लोगों को नहीं भूलना है, जो भगवान राम के अस्तित्व पर ही सवाल खड़े कर रहे थे। राममंदिर निर्माण में अड़चनें खड़ी कर रहे थे। अयोध्या में भव्य राममंदिर के निर्माण का इंतजार भी हमारे वनवासी साथी पीढ़ियों से कर रहे थे।
चुनाव आते ही गरीब-गरीब जपना शुरू कर देते हैं
पीएम ने कहा, जिनकी नीयत खराब हो, जिनकी नीति सिर्फ गरीबों का धन लूटने की हो, जो निर्णय सिर्फ अपने और अपने परिवार को ध्यान में रखकर लेते हों, वे विकास के हर प्रयास का विरोध ही करेंगे। इन लोगों को गरीब की परेशानी, उसकी मुसीबतों से कोई लेना देता नहीं है।
उन्होंने कहा कि इन्हें गरीब सिर्फ और सिर्फ चुनाव में याद आते हैं. जब चुनाव आते हैं तो ये माला जपना शुरू कर देते हैं- गरीब, गरीब, गरीब...जब चुनाव पूरा हुआ तब ये बस अपने परिवार का कुनबा लेकर बैठ जाते हैं।
जंगलराज वालों के साथ टुकडे़-टुकडे़ समर्थक भी शामिल
उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए कहा, अब तो इस चुनाव में जंगलराज वालों के साथ नक्सलवाद के समर्थक, देश के टुकड़े-टुकड़े करने की चाहत रखने वालों के समर्थक भी शामिल हो गए हैं। इन्हें जरा भी मौका मिल गया तो राज्य में फिर अपराध और अराजकता का दौर आ जाएगा।