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राजधानी लखनऊ के कवि पंकज प्रसून की पिता पर लिखी एक कविता को बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने पढ़ा है। अनुपम ने अपने पिता की पुण्यतिथि पर इस कविता को रिकॉर्ड कराकर अपने फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर अकाउंट पर भी पोस्ट किया है। उनके हजारों प्रशंसकों ने इसे लाइक और कमेंट के साथ शेयर किया।
इस संबंध में पंकज प्रसून ने बताया कि यह उनके लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी अनुपम खेर ने टाइम्स स्क्वॉयर न्यूयॉर्क से उनकी एक चर्चित ‘कविता लड़कियां बड़ी लड़ाका होती हैं’ पढ़ी थी।
पंकज बताते हैं कि अनुपम खेर से उनका खास रचनात्मक रिश्ता है। वह उनकी कविताओं को पढ़ते वक्त काफी भावुक हो जाते हैं। पंकज बोले- एक महान अभिनेता के जरिए मेरी कविताएं करोड़ों लोगों के दिल तक पहुंच रही हैं, यह मेरे लिए उपलब्धि है।
अनुपम खेर की ओर से पोस्ट की गई कविता के अंश
‘मैं तुमको दोस्त या पिता कहूं
या पिता सा दोस्त
जो मुझे मुस्कान देता था और
पानी में गिरे मेरे आंसुओं को पहचान लेता था’
राजधानी लखनऊ के कवि पंकज प्रसून की पिता पर लिखी एक कविता को बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने पढ़ा है। अनुपम ने अपने पिता की पुण्यतिथि पर इस कविता को रिकॉर्ड कराकर अपने फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर अकाउंट पर भी पोस्ट किया है। उनके हजारों प्रशंसकों ने इसे लाइक और कमेंट के साथ शेयर किया।
इस संबंध में पंकज प्रसून ने बताया कि यह उनके लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी अनुपम खेर ने टाइम्स स्क्वॉयर न्यूयॉर्क से उनकी एक चर्चित ‘कविता लड़कियां बड़ी लड़ाका होती हैं’ पढ़ी थी।
पंकज बताते हैं कि अनुपम खेर से उनका खास रचनात्मक रिश्ता है। वह उनकी कविताओं को पढ़ते वक्त काफी भावुक हो जाते हैं। पंकज बोले- एक महान अभिनेता के जरिए मेरी कविताएं करोड़ों लोगों के दिल तक पहुंच रही हैं, यह मेरे लिए उपलब्धि है।
अनुपम खेर की ओर से पोस्ट की गई कविता के अंश
‘मैं तुमको दोस्त या पिता कहूं
या पिता सा दोस्त
जो मुझे मुस्कान देता था और
पानी में गिरे मेरे आंसुओं को पहचान लेता था’