यहां उपचुनाव के माहौल में भाजपा के एक बड़े नेता ने कांग्रेस के खिलाफ बड़ा बयान दिया है। उन्होंने यह तक कह दिया कि ट्रांसफर हमारा नहीं, कांग्रेस का धंधा रहा है।
राजस्थान में दो लोकसभा सीटों व एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव 29 जनवरी को हैं और राजनीतिक माहौल में बयानबाजी चरम पर चल रही है। प्रदेश में बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी आज अलवर जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे थे।
इस दौरान जब मीडिया ने पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर को लेकर चल रही डिजायर की चर्चाओं पर सवाल किया तो परनामी ने कहा कि ट्रांसफर भाजपा का धंधा नहीं है यह कांग्रेस का धंधा रहा है। परनामी ने कहा कि ट्रांसफर नियम और पॉलिसी के हिसाब से होते हैं। हम पर तो केवल आरोप ही लगते हैं जबकि कांग्रेस ने तो ट्रांसफर को धंधा ही बना लिया था।
गौरतलब है कि पुलिस मुख्यालय ने 147 एसआई स्तर के अधिकारियों की ट्रांसफर लिस्ट तैयार की है जो पहले ही सार्वजनिक हो गई। इसमें खास बात ये है कि 84 के तबादले करने के लिए सरकार के पांच मंत्री, सात सांसद, सात एमएलए और दो संसदीय सचिव ने सिफारिश लगाई है।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने आज अलवर के सभी 4 मंडलों की बैठक ली। इस दौरान परनामी ने कार्यकर्ताओं को एकता का पाठ पढ़ाया और आगामी उपचुनाव में मजबूती से जीत दर्ज करने के लिए काम में जुट जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने आम लोगों के लिए जो योजनाएं लागू की हैं और जो विकास किया गया है उसके नाम पर जनता भाजपा का ही वरण कर रही है।
उधर, कांग्रेस की ओर से आज अलवर में चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ये उद्घाटन किया। इस मौके पर कांग्रेस के प्रत्याशी डॉ. करण सिंह यादव ने कहा कि वह सोचते भी नहीं थे कि वे दुबारा सांसद का चुनाव लड़ेंगे। टिकट देने के लिए उन्होंने राहुल गांधी, जितेन्द्र सिंह, अशोक गहलोत, अविनाश पांडे और सचिन पायलट का आभार जताया।
यहां उपचुनाव के माहौल में भाजपा के एक बड़े नेता ने कांग्रेस के खिलाफ बड़ा बयान दिया है। उन्होंने यह तक कह दिया कि ट्रांसफर हमारा नहीं, कांग्रेस का धंधा रहा है।
राजस्थान में दो लोकसभा सीटों व एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव 29 जनवरी को हैं और राजनीतिक माहौल में बयानबाजी चरम पर चल रही है। प्रदेश में बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी आज अलवर जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे थे।
इस दौरान जब मीडिया ने पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर को लेकर चल रही डिजायर की चर्चाओं पर सवाल किया तो परनामी ने कहा कि ट्रांसफर भाजपा का धंधा नहीं है यह कांग्रेस का धंधा रहा है। परनामी ने कहा कि ट्रांसफर नियम और पॉलिसी के हिसाब से होते हैं। हम पर तो केवल आरोप ही लगते हैं जबकि कांग्रेस ने तो ट्रांसफर को धंधा ही बना लिया था।
गौरतलब है कि पुलिस मुख्यालय ने 147 एसआई स्तर के अधिकारियों की ट्रांसफर लिस्ट तैयार की है जो पहले ही सार्वजनिक हो गई। इसमें खास बात ये है कि 84 के तबादले करने के लिए सरकार के पांच मंत्री, सात सांसद, सात एमएलए और दो संसदीय सचिव ने सिफारिश लगाई है।