अजमेर जिले के चैनपुरा गांव में गुरुद्वारे के लिए अन्न मांगने गए सिखों की बेरहमी से पिटाई करने के मामले में वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है। घटना के बाद तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, मौके पर मौजूद एक कांस्टेबल का लाइन हाजिर किया गया है। मामले की विभागीय जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूरण सिंह भाटी को सौंपी गई है।
जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह चौधरी ने बताया कि चैनपुरा गांव में हरिद्वार के गुरुद्वारे के लिए अन्न मांगने अलवर खैरथल के सिख समाज के कुलदीप सिंह, हरपाल सिंह और मलकीत सिंह गए थे। यहां पर कुछ लोगों ने सिख युवकों की बोलेरो को रुकवाकर उनके साथ मारपीट की और इसका विडियो सोशल मीडिया के जरिए वायरल कर दिया। इस घटना के बाद से सिख समाज में गहरा रोष व्याप्त था। शनिवार को पीड़ित सिख युवकों की ओर से नसीराबाद सदर थाने में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया। इस पर पुलिस ने आरोपित चैनपुरा निवासी रामदेव सिंह रावत, श्रवण सिंह रावत और राजू सिंह रावत को गिरफ्तार किया। चौधरी ने बताया कि विडियो के आधार पर अन्य आरोपितों की भी तलाश की जा रही है। मामले की जांच नसीराबाद उपाधीक्षक को सौंपी गई है।
नसीराबाद सदर थाने का सिपाही बुद्धाराम मौके पर मौजूद था, लेकिन वह सिख युवकों को पिटाई से नहीं बचा सका। इससे बुद्धाराम को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए एसपी राजेन्द्र सिंह चौधरी ने तुरंत प्रभाव से लाइन हाजिर करने के आदेश दिए हैं। एसपी चौधरी ने कहा कि मामले की विभागीय जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूरण सिंह भाटी को सौंपी गई है। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
अजमेर जिले के चैनपुरा गांव में गुरुद्वारे के लिए अन्न मांगने गए सिखों की बेरहमी से पिटाई करने के मामले में वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है। घटना के बाद तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, मौके पर मौजूद एक कांस्टेबल का लाइन हाजिर किया गया है। मामले की विभागीय जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूरण सिंह भाटी को सौंपी गई है।
जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह चौधरी ने बताया कि चैनपुरा गांव में हरिद्वार के गुरुद्वारे के लिए अन्न मांगने अलवर खैरथल के सिख समाज के कुलदीप सिंह, हरपाल सिंह और मलकीत सिंह गए थे। यहां पर कुछ लोगों ने सिख युवकों की बोलेरो को रुकवाकर उनके साथ मारपीट की और इसका विडियो सोशल मीडिया के जरिए वायरल कर दिया। इस घटना के बाद से सिख समाज में गहरा रोष व्याप्त था। शनिवार को पीड़ित सिख युवकों की ओर से नसीराबाद सदर थाने में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया। इस पर पुलिस ने आरोपित चैनपुरा निवासी रामदेव सिंह रावत, श्रवण सिंह रावत और राजू सिंह रावत को गिरफ्तार किया। चौधरी ने बताया कि विडियो के आधार पर अन्य आरोपितों की भी तलाश की जा रही है। मामले की जांच नसीराबाद उपाधीक्षक को सौंपी गई है।
नसीराबाद सदर थाने का सिपाही बुद्धाराम मौके पर मौजूद था, लेकिन वह सिख युवकों को पिटाई से नहीं बचा सका। इससे बुद्धाराम को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए एसपी राजेन्द्र सिंह चौधरी ने तुरंत प्रभाव से लाइन हाजिर करने के आदेश दिए हैं। एसपी चौधरी ने कहा कि मामले की विभागीय जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूरण सिंह भाटी को सौंपी गई है। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।