न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Thu, 11 Nov 2021 07:21 PM IST
चीन के साथ चल रहे सैन्य गतिरोध के बीच लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता को लद्दाख के लेह में फायर एंड फ्यूरी कोर का नया कमांडर नियुक्त किया गया है। वह इस महीने के आखिर में यह जिम्मेदारी संभालेंगे। वह लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन की जगह लेंगे। मेनन इस पद पर अपना एक साल से अधिक समय का कार्यकाल पूरा करेंगे।
समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार सरकारी सूत्रों ने कहा, 'लेफ्टिनेंट जनरल सेनगुप्ता फायर एंड फ्यूरी कोर के अगले कमांडर का पद संभालने जा रहे हैं। वह आने वाले समय में चीनी पक्ष के साथ होने वाली वार्ताओं में भारतीय पक्ष की अगुवाई करेंगे।' लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता इस समय सेना मुख्यालय में नियुक्त हैं।
पंजाब रेजिमेंट से हैं लेफ्टिनेंट जनरल सेनगुप्ता
पंजाब रेजिमेंट से आने वाले सेनगुप्ता सेना मुख्यालय में तैनाती से पहले कश्मीर घाटी में कई आतंक रोधी बलों का नेतृत्व कर चुके हैं। चीन और पाकिस्तान, दोनों के साथ सीमाओं पर नजर रखने वाली कोर की संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए उन्हें अपने पूर्ववर्ती से इलाके को और यहां के मुद्दों को समझने के लिए करीब 15 दिन का समय मिलेगा।
इस कोर के पास है सियाचिन की भी जिम्मेदारी
लद्दाख सेक्टर में करगिल सेक्टर और पूर्वी लद्दाख सेक्टर आते हैं। ये वही इलाके हैं जहां पिछले दो दशकों में हमारे दुश्मनों ने अपने आक्रामक रुख में इजाफा किया है। इस कोर के पास सियाचिन की भी जिम्मेदारी है जो पिछले तीन दशकों से अधिक समय से दुनिया का सबसे अधिक ऊंचाई पर और सबसे ठंडा युद्ध का मैदान बना हुआ है है।
विस्तार
चीन के साथ चल रहे सैन्य गतिरोध के बीच लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता को लद्दाख के लेह में फायर एंड फ्यूरी कोर का नया कमांडर नियुक्त किया गया है। वह इस महीने के आखिर में यह जिम्मेदारी संभालेंगे। वह लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन की जगह लेंगे। मेनन इस पद पर अपना एक साल से अधिक समय का कार्यकाल पूरा करेंगे।
समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार सरकारी सूत्रों ने कहा, 'लेफ्टिनेंट जनरल सेनगुप्ता फायर एंड फ्यूरी कोर के अगले कमांडर का पद संभालने जा रहे हैं। वह आने वाले समय में चीनी पक्ष के साथ होने वाली वार्ताओं में भारतीय पक्ष की अगुवाई करेंगे।' लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता इस समय सेना मुख्यालय में नियुक्त हैं।
पंजाब रेजिमेंट से हैं लेफ्टिनेंट जनरल सेनगुप्ता
पंजाब रेजिमेंट से आने वाले सेनगुप्ता सेना मुख्यालय में तैनाती से पहले कश्मीर घाटी में कई आतंक रोधी बलों का नेतृत्व कर चुके हैं। चीन और पाकिस्तान, दोनों के साथ सीमाओं पर नजर रखने वाली कोर की संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए उन्हें अपने पूर्ववर्ती से इलाके को और यहां के मुद्दों को समझने के लिए करीब 15 दिन का समय मिलेगा।
इस कोर के पास है सियाचिन की भी जिम्मेदारी
लद्दाख सेक्टर में करगिल सेक्टर और पूर्वी लद्दाख सेक्टर आते हैं। ये वही इलाके हैं जहां पिछले दो दशकों में हमारे दुश्मनों ने अपने आक्रामक रुख में इजाफा किया है। इस कोर के पास सियाचिन की भी जिम्मेदारी है जो पिछले तीन दशकों से अधिक समय से दुनिया का सबसे अधिक ऊंचाई पर और सबसे ठंडा युद्ध का मैदान बना हुआ है है।