वाट्सऐप पर दो वीडियो वायरल होने के बाद वडगाम से विधायक
जिग्नेश मेवानी को अपनी सुरक्षा की चिंता सता रही है। वाट्सऐप ग्रुप पर पुलिसवालों की चैट वायरल होने के बाद उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। इस वाट्सऐप ग्रुप का नाम एडीआर पुलिस एंड मीडिया है। जिसमें मीडिया और वरिष्ठ पुलिस के लोग शामिल हैं। एक वीडियो में पुलिस वालों का ग्रुप एक शख्स की पिटाई कर रहा है।
वहीं दूसरा वीडियो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ का है जिसमें वह यूपी पुलिस द्वारा किए जा रहे एनकाउंटर के सवालों का जवाब दे रहे हैं। इन वीडियों के सामने आने के बाद अहमदाबाद ग्रामीण के उप-पुलिस अधीक्षक का मैसेज आता है, जिसमें वह कहते हैं- जो लोग पुलिस के बाप बनना चाहते हैं, उसे लखोटा कहते हैं और पुलिस का वीडियो बनाते हैं उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि उन जैसे लोगों के साथ पुलिस इसी तरह पेश आएगी। उन्हें अंजाम भुगतना पड़ेगा।
इस मैसेज को अहमदाबाद के पुलिस अधीक्षक ने थम्स अप इमोजी दिया था। जिसपर सफाई देते हुए उन्होंने कहा- मैंने केवल इस मैसेज को कॉपी पेस्ट करके दूसरे ग्रुप में फॉरवर्ड कर दिया। इसकी गलत तरीके से व्याख्या की जा रही है। यह निजी मैसेज नहीं था और ना ही इससे किसी की सुरक्षा को खतरा है। इसे केवल एक ग्रुप से दूसरे ग्रुप में शेयर किया गया है।
इन वायरल वाट्सऐप बातचीत पर जिग्नेश मेवानी ने ट्वीट कर लिखा- जिग्नेश मेवानी का एनकाउंटर? मैं आपको एक वेब पोर्टल का लिंक दे रहा हूं जिसने एक वाट्सऐप बातचीत का खुलासा किया है, जिसमें दो पुलिस अधिकारी इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि कैसे मुझे एनकाउंटर में मारा जा सकता है। क्या आप इसपर विश्वास करेंगे? उन्होंने आगे कहा- यह एक गंभीर मसला है। दो पुलिस अधिकारी बात कर रहे हैं कि मेरा एनकाउंटर कैसे किया जा सकता है। मैं इसकी शिकायत डीजीपी, गृह मंत्रालय और गृह सचिव से करुंगा।
वाट्सऐप पर दो वीडियो वायरल होने के बाद वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवानी को अपनी सुरक्षा की चिंता सता रही है। वाट्सऐप ग्रुप पर पुलिसवालों की चैट वायरल होने के बाद उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। इस वाट्सऐप ग्रुप का नाम एडीआर पुलिस एंड मीडिया है। जिसमें मीडिया और वरिष्ठ पुलिस के लोग शामिल हैं। एक वीडियो में पुलिस वालों का ग्रुप एक शख्स की पिटाई कर रहा है।
वहीं दूसरा वीडियो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ का है जिसमें वह यूपी पुलिस द्वारा किए जा रहे एनकाउंटर के सवालों का जवाब दे रहे हैं। इन वीडियों के सामने आने के बाद अहमदाबाद ग्रामीण के उप-पुलिस अधीक्षक का मैसेज आता है, जिसमें वह कहते हैं- जो लोग पुलिस के बाप बनना चाहते हैं, उसे लखोटा कहते हैं और पुलिस का वीडियो बनाते हैं उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि उन जैसे लोगों के साथ पुलिस इसी तरह पेश आएगी। उन्हें अंजाम भुगतना पड़ेगा।
इस मैसेज को अहमदाबाद के पुलिस अधीक्षक ने थम्स अप इमोजी दिया था। जिसपर सफाई देते हुए उन्होंने कहा- मैंने केवल इस मैसेज को कॉपी पेस्ट करके दूसरे ग्रुप में फॉरवर्ड कर दिया। इसकी गलत तरीके से व्याख्या की जा रही है। यह निजी मैसेज नहीं था और ना ही इससे किसी की सुरक्षा को खतरा है। इसे केवल एक ग्रुप से दूसरे ग्रुप में शेयर किया गया है।
इन वायरल वाट्सऐप बातचीत पर जिग्नेश मेवानी ने ट्वीट कर लिखा- जिग्नेश मेवानी का एनकाउंटर? मैं आपको एक वेब पोर्टल का लिंक दे रहा हूं जिसने एक वाट्सऐप बातचीत का खुलासा किया है, जिसमें दो पुलिस अधिकारी इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि कैसे मुझे एनकाउंटर में मारा जा सकता है। क्या आप इसपर विश्वास करेंगे? उन्होंने आगे कहा- यह एक गंभीर मसला है। दो पुलिस अधिकारी बात कर रहे हैं कि मेरा एनकाउंटर कैसे किया जा सकता है। मैं इसकी शिकायत डीजीपी, गृह मंत्रालय और गृह सचिव से करुंगा।