डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अमर शर्मा
Updated Wed, 19 Jun 2019 10:21 PM IST
बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से बच्चों की मौत का सिलसिला अभी भी रुका नहीं है। आम आदमी पार्टी नेता मनीष सिसोदिया ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना सफेद हाथी साबित हुई है। इसके अंतर्गत गरीब लोगों का इलाज नहीं हो रहा है, बल्कि इसका फायदा संपन्न लोग उठा रहे हैं। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार बिहार सरकार और वहां के पीड़ित लोगों के साथ है और अपनी तरफ से वे हर संभव मदद देने की कोशिश करेंगे।
बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना का केवल ढिंढोरा पीटा जा रहा है। अगर सरकार ने योजना का खोखला दावा करने की बजाय अस्पताल और अन्य सुविधाओं को बनाने पर जोर दिया होता तो शायद बिहार के मुजफ्फरपुर में आज बच्चों की इस तरह मौत न हो रही होती।
सिसोदिया के मुताबिक उनकी सरकार द्वारा दिल्ली में ज्यादा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को देने की सफल कोशिश हुई है। दिल्ली सरकार की मोहल्ला क्लीनिकों को उन्होंने आयुष्मान योजना से बेहतर बताते हुए कहा कि राजधानी में ज्यादा अस्पताल बनवाने, ज्यादा बिस्तरों की संख्या बढ़ाने और अन्य सुविधाओं को बेहतर करने का काम हुआ है। मोहल्ला क्लीनिकों की मदद से गरीबों को मुफ्त इलाज देने का काम हुआ है।
बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से बच्चों की मौत का सिलसिला अभी भी रुका नहीं है। आम आदमी पार्टी नेता मनीष सिसोदिया ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना सफेद हाथी साबित हुई है। इसके अंतर्गत गरीब लोगों का इलाज नहीं हो रहा है, बल्कि इसका फायदा संपन्न लोग उठा रहे हैं। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार बिहार सरकार और वहां के पीड़ित लोगों के साथ है और अपनी तरफ से वे हर संभव मदद देने की कोशिश करेंगे।
बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना का केवल ढिंढोरा पीटा जा रहा है। अगर सरकार ने योजना का खोखला दावा करने की बजाय अस्पताल और अन्य सुविधाओं को बनाने पर जोर दिया होता तो शायद बिहार के मुजफ्फरपुर में आज बच्चों की इस तरह मौत न हो रही होती।
सिसोदिया के मुताबिक उनकी सरकार द्वारा दिल्ली में ज्यादा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को देने की सफल कोशिश हुई है। दिल्ली सरकार की मोहल्ला क्लीनिकों को उन्होंने आयुष्मान योजना से बेहतर बताते हुए कहा कि राजधानी में ज्यादा अस्पताल बनवाने, ज्यादा बिस्तरों की संख्या बढ़ाने और अन्य सुविधाओं को बेहतर करने का काम हुआ है। मोहल्ला क्लीनिकों की मदद से गरीबों को मुफ्त इलाज देने का काम हुआ है।