न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Tue, 16 Jul 2019 08:04 PM IST
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
करगिल युद्ध की 20वीं बरसी पर भारतीय वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा है कि अगर करगिल जैसी घटना दोबारा होती है तो हम उसका सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। धनोआ ने कहा, 'हर अच्छे जनरल की तरह, हम अंतिम युद्ध लड़ने के लिए तैयार हैं। अगर कारगिल दोबारा होता है, तो हम उसका सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।'
वायुसेना प्रमुख ने कहा, 'अगर जरूरत पड़ती है तो हर मौसम में बमबारी कर सकते हैं, यहां तक कि बादलों के होने पर भी हम सटीक निशाने पर बम गिरा सकते हैं। 26 फरवरी को हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक यह दिखाती है कि हम बड़ी दूरी से भी सटीक प्रहार करने में सक्षम हैं।'
धनोआ के मुताबिक देश की सेना किसी भी हालात में जंग के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद बालकोट में वायुसेना ने जिस तरह की कार्रवाई की वह हमारी तैयारी का बड़ा उदाहरण है। वायुसेना हर मौसम में यहां तक कि बादल छाए रहने पर भी दूर से लक्ष्य पर सटीक निशाना लगा सकता है। 26 फरवरी (बालकोट कार्रवाई) को हम ऐसा कर चुके हैं जो दूर से सटीक कार्रवाई करने के उदाहण को दर्शाता है। धनोआ ने कहा कि एक सभी अच्छे जनरल की तरह वह भी आखिरी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।
गौरतलब है कि बालकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने भी अपने पांचवीं पीढ़ी के अमेरिका निर्मित एफ-16 लड़ाकू विमान से भारत में हमले की कोशिश की थी। लेकिन वायुसेना के पायलटों ने एफ-16 से कम तकनीकी खूबियों वाली मिग-21 से ही पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाया था। वायुसेना केइस रुख से पाकिस्तान इतना आशंकित हुआ कि 27 फरवरी के बाद से अपना वायुक्षेत्र बंद कर दिया था। पाकिस्तान ने मंगलवार को ही यह प्रतिबंध हटाया है।
करगिल युद्ध की 20वीं बरसी पर भारतीय वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा है कि अगर करगिल जैसी घटना दोबारा होती है तो हम उसका सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। धनोआ ने कहा, 'हर अच्छे जनरल की तरह, हम अंतिम युद्ध लड़ने के लिए तैयार हैं। अगर कारगिल दोबारा होता है, तो हम उसका सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।'
वायुसेना प्रमुख ने कहा, 'अगर जरूरत पड़ती है तो हर मौसम में बमबारी कर सकते हैं, यहां तक कि बादलों के होने पर भी हम सटीक निशाने पर बम गिरा सकते हैं। 26 फरवरी को हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक यह दिखाती है कि हम बड़ी दूरी से भी सटीक प्रहार करने में सक्षम हैं।'
धनोआ के मुताबिक देश की सेना किसी भी हालात में जंग के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद बालकोट में वायुसेना ने जिस तरह की कार्रवाई की वह हमारी तैयारी का बड़ा उदाहरण है। वायुसेना हर मौसम में यहां तक कि बादल छाए रहने पर भी दूर से लक्ष्य पर सटीक निशाना लगा सकता है। 26 फरवरी (बालकोट कार्रवाई) को हम ऐसा कर चुके हैं जो दूर से सटीक कार्रवाई करने के उदाहण को दर्शाता है। धनोआ ने कहा कि एक सभी अच्छे जनरल की तरह वह भी आखिरी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।
गौरतलब है कि बालकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने भी अपने पांचवीं पीढ़ी के अमेरिका निर्मित एफ-16 लड़ाकू विमान से भारत में हमले की कोशिश की थी। लेकिन वायुसेना के पायलटों ने एफ-16 से कम तकनीकी खूबियों वाली मिग-21 से ही पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाया था। वायुसेना केइस रुख से पाकिस्तान इतना आशंकित हुआ कि 27 फरवरी के बाद से अपना वायुक्षेत्र बंद कर दिया था। पाकिस्तान ने मंगलवार को ही यह प्रतिबंध हटाया है।