उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने शिक्षक पात्रता परीक्षा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि टीईटी की परीक्षा इसी माह आयोजित की जाएगी। राज्य सरकार जल्द ही आधिकारिक तौर पर यूपीटीईटी की तारीख घोषित कर सकती है। बेसिक शिक्षा मंत्री ने यह बात लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही थी। सतीश द्विवेदी आगे कहते हैं कि टीईटी की परीक्षा कराने की जिम्मेदारी परीक्षा नियामक प्राधिकरण के सचिव संजय उपाध्याय की थी। लेकिन उन पर यूपीटीईटी के पेपर लीक होने का आरोप लगा है, जिसकी जांच जारी है। हम आपको आश्वस्त करते हैं कि जो भी दोषी होगा, उनके खिलाफ सख्त उठाए जाएंगे।
कैसे लीक हो गया यूपीटीईटी के पेपर?
यूपी स्पेशल टास्क फोर्स के अधिकारियों ने बताया कि 23 लाख से अधिक प्रश्न पत्रों की छपाई चार एजेंसियों को आउटसोर्स की गई थी, जिनके पास मौसमी शादी के कार्ड और कैलेंडर प्रकाशित करने में एकमात्र विशेषज्ञता थी। ये फर्में दिल्ली, नोएडा और कोलकाता में स्थित थीं और उनके मालिकों को सॉल्वर के सिंडिकेट को प्रिंट करने और एक्सेस करने की अनुमति देने के लिए प्रत्येक को 6 लाख रुपये का भुगतान किया गया था। जांच से यह भी पता चला कि आरएसएम फिनसर्व के साथ 13 करोड़ रुपये का समझौता किया गया था, लेकिन पूरी राशि का भुगतान किया जाना बाकी था। एसटीएफ के सूत्रों ने बताया कि आदेश के अनुसार, प्रत्येक प्रिंटिंग प्रेस को 6 लाख प्रश्न पत्र प्रकाशित करने के लिए अनुबंधित किया गया था और प्रत्येक को 6 लाख रुपये का भुगतान किया गया था। एसटीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, कार्य आदेश को मंजूरी देने और बजट को मंजूरी देने वाले सरकारी अधिकारी भी जांच के दायरे में हैं।
39 आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
रविवार को, एसटीएफ की टीमों ने 39 आरोपियों के फोन नंबरों की फिर से जांच की, जिन्होंने व्हाट्सएप के माध्यम से यूपीटीईटी प्रश्न पत्र प्रसारित किए। टीमें आरएसएम फिनसर्व के निदेशक राय अनूप प्रसाद के नाली का पता लगा रही हैं और ओखला, नोएडा और कोलकाता में चार प्रिंटिंग प्रेस के मालिकों से पूछताछ करेंगी।
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उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने शिक्षक पात्रता परीक्षा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि टीईटी की परीक्षा इसी माह आयोजित की जाएगी। राज्य सरकार जल्द ही आधिकारिक तौर पर यूपीटीईटी की तारीख घोषित कर सकती है। बेसिक शिक्षा मंत्री ने यह बात लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही थी। सतीश द्विवेदी आगे कहते हैं कि टीईटी की परीक्षा कराने की जिम्मेदारी परीक्षा नियामक प्राधिकरण के सचिव संजय उपाध्याय की थी। लेकिन उन पर यूपीटीईटी के पेपर लीक होने का आरोप लगा है, जिसकी जांच जारी है। हम आपको आश्वस्त करते हैं कि जो भी दोषी होगा, उनके खिलाफ सख्त उठाए जाएंगे।