पेयजल से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए बनी संयुक्त शिकायत निवारण समिति की बैठक पिछले कई महीनों से नहीं हुई है। इसकी वजह से उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। पेयजल निगम में आए दिन कर्मचारियों और उपभोक्ताओं के बीच नोकझोंक हो रही है।
निवारण समिति की बैठक न होने से उपभोक्ताओं को पेयजल कलस्टर योजना के तहत मीटर लगाने, कनेक्शन लेने, बिल ठीक करने आदि की सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। इसकी वजह से निगम कर्मचारियों और उपभोक्ताओं के बीच आए दिन नोकझोंक हो रही है। महाप्रबंधक पेयजल निगम सीता राम ने ईई सहित अन्य अधिकारियों को पत्र लिखकर समिति की नियमित तौर पर बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि उपभोक्ताओं और निगम के बीच आपसी समन्वय बना रहे।
दरअसल, विश्व बैंक पोषित मेहूंवाला पेयजल कलस्टर योजना के तहत संयुक्त शिकायत निवारण समिति का गठन किया गया है। समिति के गठन का उद्देश्य योजना के तहत आने वाले उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान के साथ ही उपभोक्ताओं की योजना से संबंधित शंकाओं को दूर करना है। समिति के सदस्य बीरू बिष्ट ने महाप्रबंधक पेयजल निगम से शिकायत की थी।
पेयजल से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए बनी संयुक्त शिकायत निवारण समिति की बैठक पिछले कई महीनों से नहीं हुई है। इसकी वजह से उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। पेयजल निगम में आए दिन कर्मचारियों और उपभोक्ताओं के बीच नोकझोंक हो रही है।
निवारण समिति की बैठक न होने से उपभोक्ताओं को पेयजल कलस्टर योजना के तहत मीटर लगाने, कनेक्शन लेने, बिल ठीक करने आदि की सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। इसकी वजह से निगम कर्मचारियों और उपभोक्ताओं के बीच आए दिन नोकझोंक हो रही है। महाप्रबंधक पेयजल निगम सीता राम ने ईई सहित अन्य अधिकारियों को पत्र लिखकर समिति की नियमित तौर पर बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि उपभोक्ताओं और निगम के बीच आपसी समन्वय बना रहे।
दरअसल, विश्व बैंक पोषित मेहूंवाला पेयजल कलस्टर योजना के तहत संयुक्त शिकायत निवारण समिति का गठन किया गया है। समिति के गठन का उद्देश्य योजना के तहत आने वाले उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान के साथ ही उपभोक्ताओं की योजना से संबंधित शंकाओं को दूर करना है। समिति के सदस्य बीरू बिष्ट ने महाप्रबंधक पेयजल निगम से शिकायत की थी।