हरिद्वार कुंभ में हुए कोरोना जांच फर्जी में मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी तो एसआईटी ने कर ली है। मगर नलवा लैब संचालक अभी गिरफ्त से बाहर चल रहा है। ऐसे में अब एसआईटी ने नलवा लैब के संचालक की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र देने की तैयारी चल रही है।
महाकुंभ में हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं की फर्जी जांच के मामले में मुख्य आरोपी शरत व मल्लिका पंत को काफी मशक्कत के बाद एसआईटी ने नोएडा स्थित उनके आवास बी-56 सेक्टर 49 से रविवार की रात को उस समय गिरफ्तार किया था। जब वह रात 12 बजे के करीब अपने घर से कुछ जरूरी सामान लेने के लिए आए थे। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उन्हें न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया था। वहीं अब मुकदमे में नामजद नवला लैब के संचालक नवतेज नलवा की गिरफ्तारी का दबाव भी एसआईटी पर आ गया है। जिसके बाद एसआइटी एक टीम ने नलवा की गिरफ्तारी के लिए हिसार सहित हरियाणा के कई इलाकों में दबिशें दी हैं।
कोरोना जांच फर्जीवाड़ा: द्वाराहाट से चुनाव लड़ना चाहता था आरोपी शरत, दिल्ली में बड़े नेताओं से है संपर्क
पंत दंपती ने नलवा लैब से अनुबंध होने की बात कही थी। जिसके बाद ही पंत दंपती की फर्म मैक्स कॉरपोरेट सोसायटी को कुंभ में कोरोना टेस्टिंग का ठेका मिला था। एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि नवला लैब के संचालक नवतेज नलवा की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है। इसके लिए विवेचनाधिकारी जल्द ही कुर्की की अनुमति लेने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र देंगे।
कोरोना जांच के फर्जीवाडे़ का मास्टर माइंड कोई और
कुंभ में कोरोना जांच फर्जीवाड़े में पंत दंपती की गिरफ्तारी होने के बाद अब एसआईटी ने अन्य दो नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जांच में फर्जीवाडे़ के असली मास्टर माइंड समेत तीन अन्य लोगों के नाम भी सामने आ रहे हैं। इनमें पंत दंपती का एक नजदीकी, दो अधिकारी व एक कारोबारी बताया जा रहा है।
महाकुंभ 2021 में कोरोना जांच में फर्जीवाड़े मामले में एसआईटी ने शरत व मल्लिका पंत को घोटाले का मुख्य आरोपी बनाया है। अब पता चला कि इस फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड और कोई ही है। वहीं पंत दंपती की गिरफ्तारी के बाद उनसे हुई पूछताछ के बाद पांच अन्य लोगों के नाम भी इस फर्जीवाड़े में सामने आ रहे हैं। जिसमें दो प्रशासनिक अधिकारी व एक कारोबारी भी बताए जा रहे हैं। एसएसपी डॉ. योंगेद्र सिंह रावत का कहना है कि पांच लोगों के नाम सामने आए हैं। जिसमें पूछताछ की जाएगी।
कोरोना जांच फर्जीवाडे में गिरफ्तार मुख्य आरोपी पंत दंपती जेल पहुंचने के बाद गुमसुम हैं। बैरक में बंदियों से बातचीत में दूरी बनाई रखी। मंगलवार सुबह दंपती सामूहिक प्रार्थना सभा में शामिल हुए और पूजा की। महाकुंभ 2021 में हुए कोरोना जांच घोटाले के बाद नामजद मैक्स कारपोरेट सोसायटी के पार्टनर शरत और मल्लिका पंत को सोमवार की शाम पांच बजकर 16 मिनट पर जेल में दाखिल कराया गया।
दंपती को एसआईटी ने नोएडा स्थित उनके आवास से रविवार रात दबोचा था। शरत पंत को बैरक नंबर दो-बी में रखा गया है। वहीं उसकी पत्नी मल्लिका को महिला बैरक के आईसोलेशन वार्ड में रखा है। रात के समय अन्य बंदियों के साथ ही दोनों ने खाना खाया। हालांकि, पंत दंपती ने अपने साथ बंद अन्य बंदियों से ज्यादा बातचीत नहीं की।
जिला कारागार में प्रतिदिन सुबह प्रार्थना सभा होती है। मंगलवार सुबह बाकी बंदियों और कैदियों के साथ पंत दंपती भी शामिल हुए और पूजा की। इसके बाद नाश्ता और दोपहर का खाना खाया। उन्होंने जेल के अधिकारियों से कोई मांग नहीं की। जिला कारागार अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि पंत दंपती को अन्य बंदियों वाला खाना व नाश्ता ही दिया गया। दोनों का व्यवहार सामान्य रहा।
पहले दिन नहीं पहुंचा कोई भी मुलाकात के लिए
कोरोना जांच फर्जीवाड़े में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए मुख्य आरोपी शरत व मल्लिका पंत से मुलाकात करने के लिए परिवार, रिश्तेदार व कोई भी परिचित नहीं पहुंचा। जिला जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि मुलाकात के दौरान जो भी व्यक्ति आएगा उनको आरटीपीसीआर रिपोर्ट की जरूरत होगी।
पुलिस प्रशासन रख रहा नजर
पंत दंपती से जिला कारागार में मुलाकात करने के लिए आने वाले आने वालों पर पुलिस प्रशासन नजर भी रख रहा है। इसके लिए जेल प्रशासन से लगातार संपर्क किया जा रहा है। जेल प्रशासन अधिकारियों को बताया गया कि यदि कोई भी मुलाकात के लिए आए तो उसके बारे में तुरंत सूचना दी जाए। इसके साथ ही उनका नाम पता भी नोट कर आधार कार्ड की फोटो प्रति ली जाए।
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हरिद्वार कुंभ में हुए कोरोना जांच फर्जी में मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी तो एसआईटी ने कर ली है। मगर नलवा लैब संचालक अभी गिरफ्त से बाहर चल रहा है। ऐसे में अब एसआईटी ने नलवा लैब के संचालक की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र देने की तैयारी चल रही है।
महाकुंभ में हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं की फर्जी जांच के मामले में मुख्य आरोपी शरत व मल्लिका पंत को काफी मशक्कत के बाद एसआईटी ने नोएडा स्थित उनके आवास बी-56 सेक्टर 49 से रविवार की रात को उस समय गिरफ्तार किया था। जब वह रात 12 बजे के करीब अपने घर से कुछ जरूरी सामान लेने के लिए आए थे। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उन्हें न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया था। वहीं अब मुकदमे में नामजद नवला लैब के संचालक नवतेज नलवा की गिरफ्तारी का दबाव भी एसआईटी पर आ गया है। जिसके बाद एसआइटी एक टीम ने नलवा की गिरफ्तारी के लिए हिसार सहित हरियाणा के कई इलाकों में दबिशें दी हैं।
कोरोना जांच फर्जीवाड़ा: द्वाराहाट से चुनाव लड़ना चाहता था आरोपी शरत, दिल्ली में बड़े नेताओं से है संपर्क
पंत दंपती ने नलवा लैब से अनुबंध होने की बात कही थी। जिसके बाद ही पंत दंपती की फर्म मैक्स कॉरपोरेट सोसायटी को कुंभ में कोरोना टेस्टिंग का ठेका मिला था। एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि नवला लैब के संचालक नवतेज नलवा की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है। इसके लिए विवेचनाधिकारी जल्द ही कुर्की की अनुमति लेने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र देंगे।
कोरोना जांच के फर्जीवाडे़ का मास्टर माइंड कोई और
कुंभ में कोरोना जांच फर्जीवाड़े में पंत दंपती की गिरफ्तारी होने के बाद अब एसआईटी ने अन्य दो नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जांच में फर्जीवाडे़ के असली मास्टर माइंड समेत तीन अन्य लोगों के नाम भी सामने आ रहे हैं। इनमें पंत दंपती का एक नजदीकी, दो अधिकारी व एक कारोबारी बताया जा रहा है।
महाकुंभ 2021 में कोरोना जांच में फर्जीवाड़े मामले में एसआईटी ने शरत व मल्लिका पंत को घोटाले का मुख्य आरोपी बनाया है। अब पता चला कि इस फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड और कोई ही है। वहीं पंत दंपती की गिरफ्तारी के बाद उनसे हुई पूछताछ के बाद पांच अन्य लोगों के नाम भी इस फर्जीवाड़े में सामने आ रहे हैं। जिसमें दो प्रशासनिक अधिकारी व एक कारोबारी भी बताए जा रहे हैं। एसएसपी डॉ. योंगेद्र सिंह रावत का कहना है कि पांच लोगों के नाम सामने आए हैं। जिसमें पूछताछ की जाएगी।