न्यूज डेस्क, अमर उजाला, हरिद्वार
Published by: अलका त्यागी
Updated Tue, 28 Apr 2020 09:11 PM IST
हरिद्वार में नेशनल हाईवे और कुंभ के कार्यों को गति देने के लिए जिला प्रशासन ने जिले के बारह स्टोन क्रशर को दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए आवेदन मंजूर कर लिए गए हैं और जल्दी ही संबंधित अधिकारियों को आवश्यक औपचारिकता पूरी कर इस आशय के आदेश करने को भी कहा गया है। खनन सामग्री स्टोन क्रशरों तक भी पहुंचे इसके लिए जिले में 10 पट्टे पर खनन की अनुमति दी जाएगी। लॉकडाउन के कारण कुंभ मेले और हाईवे चौड़ीकरण के काम ठप हो गए थे। कुछ दिन पहले ही शासन ने निर्माण कार्यों को फिर से शुरू करने की अनुमति दे दी थी।
संबंधित विभागों ने काम भी शुरू कर दिए थे। इस समय 12 स्थानों पर काम चल रहा है, लेकिन इन कार्यों को आगे भी जारी रखने के लिए खनन सामग्री की कमी आड़े आने वाली थे। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि ऐसे सभी स्टोन क्रशर का दोबारा भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। मानक पूरे करने वाले 12 स्टोन क्रशर को पहले चरण में शुरू करने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने बताया कि स्टोन क्रशर संचालकों की ओर से दिए गए आवेदन पत्रों को मंजूरी दे दी गई है और संबंधित अधिकारियों को सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इनको चलाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में गंगा में दस पट्टों पर भी खनन की अनुमति दी जा रही है। इन सबके लिए निविदा आमंत्रण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
मानकों का करना होगा अनुपालन
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि स्टोन क्रशर चलाना हो या रिवर ट्रेन कर खनन किया जाना हो। सब जगह लॉकडाउन के मानकों का पालन बेहद जरूरी होगा। हर मजदूर और कर्मचारी की हर्बल स्क्रीनिंग की जाएगी। सोशल डिस्टेंस का पूरी तरह पालन करना होगा।
विस्तार
हरिद्वार में नेशनल हाईवे और कुंभ के कार्यों को गति देने के लिए जिला प्रशासन ने जिले के बारह स्टोन क्रशर को दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए आवेदन मंजूर कर लिए गए हैं और जल्दी ही संबंधित अधिकारियों को आवश्यक औपचारिकता पूरी कर इस आशय के आदेश करने को भी कहा गया है। खनन सामग्री स्टोन क्रशरों तक भी पहुंचे इसके लिए जिले में 10 पट्टे पर खनन की अनुमति दी जाएगी। लॉकडाउन के कारण कुंभ मेले और हाईवे चौड़ीकरण के काम ठप हो गए थे। कुछ दिन पहले ही शासन ने निर्माण कार्यों को फिर से शुरू करने की अनुमति दे दी थी।
संबंधित विभागों ने काम भी शुरू कर दिए थे। इस समय 12 स्थानों पर काम चल रहा है, लेकिन इन कार्यों को आगे भी जारी रखने के लिए खनन सामग्री की कमी आड़े आने वाली थे। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि ऐसे सभी स्टोन क्रशर का दोबारा भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। मानक पूरे करने वाले 12 स्टोन क्रशर को पहले चरण में शुरू करने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने बताया कि स्टोन क्रशर संचालकों की ओर से दिए गए आवेदन पत्रों को मंजूरी दे दी गई है और संबंधित अधिकारियों को सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इनको चलाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में गंगा में दस पट्टों पर भी खनन की अनुमति दी जा रही है। इन सबके लिए निविदा आमंत्रण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
मानकों का करना होगा अनुपालन
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि स्टोन क्रशर चलाना हो या रिवर ट्रेन कर खनन किया जाना हो। सब जगह लॉकडाउन के मानकों का पालन बेहद जरूरी होगा। हर मजदूर और कर्मचारी की हर्बल स्क्रीनिंग की जाएगी। सोशल डिस्टेंस का पूरी तरह पालन करना होगा।