लगातार सात महीने तक निवेश प्रवाह जारी रहने के बाद सोने के एक्सचेंज ट्रेडिड फंड (ईटीएफ) में नवंबर माह के दौरान निवेशकों की मुनाफा वसूली के चलते 141 करोड़ रुपये की निकासी हुई। इसके मुकाबले एक साल पहले इसी माह में स्वर्ण ईटीएफ में आठ करोड़ रुपये का निवेश प्रवाह हुआ था। एसोसिएसन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के पास उपलब्ध आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
किस महीने कितनी हुई निकासी?
स्वर्ण ईटीएफ में हालांकि अप्रैल 2020 से निवेश प्रवाह जारी है लेकिन जुलाई के बाद इसकी रफ्तार कुछ धीमी पड़ी है। मासिक आधार पर यदि देखा जाए तो जनवरी 2020 में निवेशकों ने स्वर्ण ईटीएफ में शुद्ध रूप से 202 करोड़ रुपये का निवेश किया। उसके बाद फरवरी में यह राशि उछलकर 1,483 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। लेकिन इसके बाद मार्च में इसमें मुनाफा वसूली देखी गई और 195 करोड़ रुपये की निकासी हुई। अप्रैल 2020 से एक बार फिर निवेश प्रवाह शुरू हुआ और माह के दौरान 731 करोड़ रुपये का निवेश किया गया। इसके बाद मई में 815 करोड़ रुपये, जून में 494 करोड़ रुपये, जुलाई में 921 करोड़ रुपये, अगस्त में 908 करोड़ रुपये, सितंबर में 597 करोड़ रुपये, अक्तूबर में 384 करोड़ रुपये और अंत में पिछले माह नवंबर में स्वर्ण ईटीएफ से शुद्ध रूप से 141 करोड़ रुपये की निकासी की गई।
उच्च स्तर से नीचे आए सोने के दाम
मॉर्निंगस्टार इंडिया में सहायक शोध निदेशक प्रबंधक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा करीब पूरे साल बिना किसी बाधा के लगातार बढ़ते जाने के बाद हाल के दिनों में सोने के दाम इसके सर्वकालिक उच्च स्तर से नीचे आए हैं। उन्होंने कहा कि, 'इसके साथ ही कोविड-19 टीके को लेकर सकारात्मक समाचारों के आने, अर्थव्यवस्थाओं के सामान्य स्थिति के तरफ जाने और इक्विटी बाजारों का कामकाज तेज होने से आने वाले दिनों में सोने के दाम को लेकर अनिश्चितता बढ़ी है।'
निवेशकों के लिए मुनाफा वसूली का बेहतर समय
इस स्थिति को देखते हुए और सोने के मौजूदा मूल्य स्तर को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को मुनाफा वसूली का यह बेहतर समय लगता है। स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमतों पर आधारित होते हैं और उसके दाम में आने वाली घट-बढ़ पर ही इसका दाम भी घटता बढ़ता है।
लगातार सात महीने तक निवेश प्रवाह जारी रहने के बाद सोने के एक्सचेंज ट्रेडिड फंड (ईटीएफ) में नवंबर माह के दौरान निवेशकों की मुनाफा वसूली के चलते 141 करोड़ रुपये की निकासी हुई। इसके मुकाबले एक साल पहले इसी माह में स्वर्ण ईटीएफ में आठ करोड़ रुपये का निवेश प्रवाह हुआ था। एसोसिएसन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के पास उपलब्ध आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
किस महीने कितनी हुई निकासी?
स्वर्ण ईटीएफ में हालांकि अप्रैल 2020 से निवेश प्रवाह जारी है लेकिन जुलाई के बाद इसकी रफ्तार कुछ धीमी पड़ी है। मासिक आधार पर यदि देखा जाए तो जनवरी 2020 में निवेशकों ने स्वर्ण ईटीएफ में शुद्ध रूप से 202 करोड़ रुपये का निवेश किया। उसके बाद फरवरी में यह राशि उछलकर 1,483 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। लेकिन इसके बाद मार्च में इसमें मुनाफा वसूली देखी गई और 195 करोड़ रुपये की निकासी हुई। अप्रैल 2020 से एक बार फिर निवेश प्रवाह शुरू हुआ और माह के दौरान 731 करोड़ रुपये का निवेश किया गया। इसके बाद मई में 815 करोड़ रुपये, जून में 494 करोड़ रुपये, जुलाई में 921 करोड़ रुपये, अगस्त में 908 करोड़ रुपये, सितंबर में 597 करोड़ रुपये, अक्तूबर में 384 करोड़ रुपये और अंत में पिछले माह नवंबर में स्वर्ण ईटीएफ से शुद्ध रूप से 141 करोड़ रुपये की निकासी की गई।
उच्च स्तर से नीचे आए सोने के दाम
मॉर्निंगस्टार इंडिया में सहायक शोध निदेशक प्रबंधक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा करीब पूरे साल बिना किसी बाधा के लगातार बढ़ते जाने के बाद हाल के दिनों में सोने के दाम इसके सर्वकालिक उच्च स्तर से नीचे आए हैं। उन्होंने कहा कि, 'इसके साथ ही कोविड-19 टीके को लेकर सकारात्मक समाचारों के आने, अर्थव्यवस्थाओं के सामान्य स्थिति के तरफ जाने और इक्विटी बाजारों का कामकाज तेज होने से आने वाले दिनों में सोने के दाम को लेकर अनिश्चितता बढ़ी है।'
निवेशकों के लिए मुनाफा वसूली का बेहतर समय
इस स्थिति को देखते हुए और सोने के मौजूदा मूल्य स्तर को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को मुनाफा वसूली का यह बेहतर समय लगता है। स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमतों पर आधारित होते हैं और उसके दाम में आने वाली घट-बढ़ पर ही इसका दाम भी घटता बढ़ता है।