न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Sun, 04 Apr 2021 01:49 AM IST
बिहार सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए पांच अप्रैल से 11 अप्रैल तक सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिए हैं। वहीं कोरोना दिशानिर्देशों का पालन करते हुए बची हुई परीक्षाएं ली जाएंगी। अप्रैल के अंत तक विवाह और अन्य पारिवारिक कार्यों को छोड़कर सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ लगाने पर रोक होगी।
नीतीश कुमार ने बैठक में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को स्कूलों को बंद रखने की सलाह दी थी। जिसके बाद ही स्कूल-कॉलेजों को 11 अप्रैल तक के लिए बंद रखने का फैसला किया गया है। कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक करने के बाद यह निर्देश पदाधिकारियों को दिया है।
तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बिहार सरकार ने बसों में क्षमता से आधी सवारियों को बैठाने का आदेश दिया गया है। साथ ही कहा है कि सार्वजनिक परिवहन में अधिकतम 50 प्रतिशत क्षमता के ज्यादा किसी भी परिस्थित में नहीं रहने दिया जाएगा। परिवहन विभाग और जिला प्रशासन इसके लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना से बचना है तो लोगों का इलाज और टीकाकरण करना होगा। इसके साथ ही लोगों को कोरोना वायरस से सतर्क रहने पर जोर दिया। साथ ही सीएम ने अपील की कि लोग सार्वजनिक आयोजनों को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अस्पतालों में पूरी तैयारी रखें और टीकाकरण की संख्या को बढ़ाएं ताकि अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण हो सके।
विस्तार
बिहार सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए पांच अप्रैल से 11 अप्रैल तक सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिए हैं। वहीं कोरोना दिशानिर्देशों का पालन करते हुए बची हुई परीक्षाएं ली जाएंगी। अप्रैल के अंत तक विवाह और अन्य पारिवारिक कार्यों को छोड़कर सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ लगाने पर रोक होगी।
नीतीश कुमार ने बैठक में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को स्कूलों को बंद रखने की सलाह दी थी। जिसके बाद ही स्कूल-कॉलेजों को 11 अप्रैल तक के लिए बंद रखने का फैसला किया गया है। कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक करने के बाद यह निर्देश पदाधिकारियों को दिया है।
तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बिहार सरकार ने बसों में क्षमता से आधी सवारियों को बैठाने का आदेश दिया गया है। साथ ही कहा है कि सार्वजनिक परिवहन में अधिकतम 50 प्रतिशत क्षमता के ज्यादा किसी भी परिस्थित में नहीं रहने दिया जाएगा। परिवहन विभाग और जिला प्रशासन इसके लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना से बचना है तो लोगों का इलाज और टीकाकरण करना होगा। इसके साथ ही लोगों को कोरोना वायरस से सतर्क रहने पर जोर दिया। साथ ही सीएम ने अपील की कि लोग सार्वजनिक आयोजनों को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अस्पतालों में पूरी तैयारी रखें और टीकाकरण की संख्या को बढ़ाएं ताकि अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण हो सके।