अगर आप जल्द ही नई कार लेने की सोच रहे हैं, तो अभी थोड़ा दिन और ठहर जाएं। हो सकता है कि आपको यूज्ड कार मार्केट में नए मॉडल की अच्छी कार मिल जाए। 31 अगस्त को छह महीने का लोन मोरेटोरियम (लोन पर छूट) खत्म होने के बाद पुरानी कारों के बाजार में फिर से ‘बहार’ आ सकती है। इसकी वजह है कि मोरेटोरियम खत्म होने के बाद कर्ज नहीं चुकाने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।
मोरेटोरियम के बाद बदलेंगे हालात
पुरानी कारों में डील करने वाले लोगों को लग रहा है कि लोन पर मिली छूट की अवधि खत्म होने के बाद बैंक और गैर वित्तीय कंपनियां उन गाड़ियों को जब्त करने की शुरुआत करेंगे, जिनके मालिक लोन चुका पाने की स्थिति में नहीं हैं। जिससे पुराने कारों के बाजार में गाड़ियों की संख्या बढ़ेगी और संभावित ग्राहकों को नए विकल्प मिलेंगे। यूज्ड कार मार्केट से जुड़े लोगों का कहना है कि महामारी शुरू होने के बाद गाड़ियों की आवक कम हो गई थी, क्योंकि बैंक आरबीआई की गाइडलाइंस के चलते कारें जब्त नहीं कर पा रहे थे। इस समय यूज्ड कार मार्केट के हालात ये हैं कि सप्लाई से ज्यादा मांग है और ट्रैवलिंग के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग मेनटेन करने के लिए लोग सस्ते वाहन खोज रहे हैं।
सब्सक्रिप्शन स्कीम पर भी असर पड़ेगा
वहीं पुरानी कार बाजार में गाड़ियों की सप्लाई ज्यादा होने के बाद कंपनियों की सब्सक्रिप्शन स्कीम पर भी असर पड़ेगा। महामारी शुरू होने के बाद कई ऑटो कंपनियों ने ये खास स्कीमें उन ग्राहकों के लिए लॉन्च की थीं, जिसके पास नई कार खरीदने के लिए डाउनपेमेंट के पैसे नहीं होते हैं और वे अपने ऊपर अतिरिक्त वित्तीय बोझ नहीं चाहते हैं। मारुति ट्रू वैल्यू और महिंद्रा फर्स्ट च्वाइस ने भी हाल में कुछ ऐसी ही स्कीमें लॉन्च की थीं, लेकिन वे ज्यादा ग्राहकों को आकर्षित नहीं कर पाए।
कार रेंट शहरी इलाकों के ग्राहकों के लिए यूजफु
महिंद्रा फर्स्ट च्वाइस के अधिकारी ने ईटी को बताया कि अक्तूबर से उन्हें यूज्ड कार सेगमेंट में और सप्लाई बढ़ने की उम्मीद है। क्योंकि बैंक और नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां लोन न चुका पाने वाले ग्राहकों से गाड़ियां वापस लेने की शुरुआत करेंगी। वहीं ऑनलाइन सामान खरीदने और बेचने वाली कंपनी से जुड़े एक पदाधिकारी का कहना है कि कंपनी के अंदरुनी आकड़ों के अनुसार अगले तीन से छह महीने 61 फीसदी ग्राहक अभी भी पुरानी कार लेने की सोच रहे हैं। वहीं उनका मानना है कि कार रेंट शहरी इलाकों के ग्राहकों के लिए यूजफुल है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में अभी भी कार खरीदना पसंद करते हैं। ओएलएक्स के मुताबिक इस साल फरवरी के मुकाबले अगस्त में पुरानी कारों की मांग 133 फीसदी ज्यादा थी। जबकि सप्लाई 112 फीसदी कम थी। वहीं महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक पुरानी लग्जरी कारों की लिस्टिंग में टॉप पर हैं।
अगर आप जल्द ही नई कार लेने की सोच रहे हैं, तो अभी थोड़ा दिन और ठहर जाएं। हो सकता है कि आपको यूज्ड कार मार्केट में नए मॉडल की अच्छी कार मिल जाए। 31 अगस्त को छह महीने का लोन मोरेटोरियम (लोन पर छूट) खत्म होने के बाद पुरानी कारों के बाजार में फिर से ‘बहार’ आ सकती है। इसकी वजह है कि मोरेटोरियम खत्म होने के बाद कर्ज नहीं चुकाने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।