वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sat, 07 Nov 2020 11:10 PM IST
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अमेरिका में अगले राष्ट्रपति के चयन के लिए चार दिन चली गहमागहमी के बाद शनिवार को आखिरकार तस्वीर साफ हो गई। जो बाइडन अमेरिका के अगले राष्ट्रपति होंगे। इस चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से जो बाइडन मैदान में थे। बाइडन ने इस चुनाव में ट्रंप को कड़ी टक्कर दी और मतगणना में भी ट्रंप से आगे रहे। यहां हम आपको बाइडन के भारत से कनेक्शन के बारे में बताने जा रहे हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बाइडन और उनकी रनिंग मेट यानी उपराष्ट्रपति पद की प्रत्याशी कमला हैरिस, दोनों का ही भारत से संबंध रहा है। खास बात यह है कि दोनों के ही संबंध चेन्नई (पहले मद्रास) से जुड़े हुए हैं। 19वीं सदी में क्रिस्टोफर बाइडन और विलियम बाइडन ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए काम किया करते थे। क्रिस्टोफर और विलियम बाइडन भाई थे।
जो बाइडन ने सबसे पहले भारत कनेक्शन का दावा साल 2013 में किया था। इसके दो साल बाद उन्होंने बताया था कि वह जॉर्ज बाइडन के वंशज हैं। जॉर्ज ईस्ट इंडिया कंपनी में कैप्टन थे। सेवानिवृत्ति के बाद जॉर्ज बाइडन ने भारत में रहने का फैसला किया था और एक भारतीय महिला से विवाह किया था। हालांकि, भारत में किसी जॉर्ज बाइडन नामक व्यक्ति का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
यह जरूर है कि विलियम और क्रिस्टोफर दो भाई थे, जो ईस्ट इंडिया कंपनी के सशस्त्र व्यापारी जहाजों के कैप्टन बने थे। दोनों ने किशोरावस्था में केप ऑफ गुड होप के रास्ते से भारत और लंदन के बीच सबसे कठिन मार्ग पर तीसरे और चौथे साथी के रूप में शुरुआत की थी। विलियम की 1843 में 51 वर्ष की आयु में एपोप्लेक्सी से मौत हो गई थी। क्रिस्टोफर की मौत 1858 में चेन्नई में हुई थी।
साल 1972 में जब जो बाइडन अमेरिका के सबसे युवा सीनेटरों में से एक के तौर पर चुने गए थे, सब उन्हें मिलने वाले सबसे पहले पत्रों में एक मुंबई (तब बॉम्बे) से भेजा गया था। यह पत्र भेजने वाले का अंतिम नाम भी बाइडन ही था। करीब पांच साल पहले जो को पता चला था कि मुंबई में पांच बाइडन हैं। हालांकि, इन पांचों के जो से किसी संबंध की जानकारी नहीं मिल पाई थी।
इस 'बाइडन फ्रॉम मुंबई' ने अपने पत्र में जो को डेलावेयर से चुनाव जीतने पर बधाई दी थी और कहा था कि वह दोनों एक-दूसरे से संबंधित हैं। हालांकि, बाइडन के इस मुंबई कनेक्शन की भी तस्वीर कभी साफ नहीं हो पाई। लेकिन, बाइडन जब भी भारतीय नेताओं से या भारतीय-अमेरिकी समुदाय से मिलते हैं तो बाइडन फ्रॉम मुंबई की चर्चा करना नहीं भूलते हैं।
अमेरिका में अगले राष्ट्रपति के चयन के लिए चार दिन चली गहमागहमी के बाद शनिवार को आखिरकार तस्वीर साफ हो गई। जो बाइडन अमेरिका के अगले राष्ट्रपति होंगे। इस चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से जो बाइडन मैदान में थे। बाइडन ने इस चुनाव में ट्रंप को कड़ी टक्कर दी और मतगणना में भी ट्रंप से आगे रहे। यहां हम आपको बाइडन के भारत से कनेक्शन के बारे में बताने जा रहे हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बाइडन और उनकी रनिंग मेट यानी उपराष्ट्रपति पद की प्रत्याशी कमला हैरिस, दोनों का ही भारत से संबंध रहा है। खास बात यह है कि दोनों के ही संबंध चेन्नई (पहले मद्रास) से जुड़े हुए हैं। 19वीं सदी में क्रिस्टोफर बाइडन और विलियम बाइडन ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए काम किया करते थे। क्रिस्टोफर और विलियम बाइडन भाई थे।
जो बाइडन ने सबसे पहले भारत कनेक्शन का दावा साल 2013 में किया था। इसके दो साल बाद उन्होंने बताया था कि वह जॉर्ज बाइडन के वंशज हैं। जॉर्ज ईस्ट इंडिया कंपनी में कैप्टन थे। सेवानिवृत्ति के बाद जॉर्ज बाइडन ने भारत में रहने का फैसला किया था और एक भारतीय महिला से विवाह किया था। हालांकि, भारत में किसी जॉर्ज बाइडन नामक व्यक्ति का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
यह जरूर है कि विलियम और क्रिस्टोफर दो भाई थे, जो ईस्ट इंडिया कंपनी के सशस्त्र व्यापारी जहाजों के कैप्टन बने थे। दोनों ने किशोरावस्था में केप ऑफ गुड होप के रास्ते से भारत और लंदन के बीच सबसे कठिन मार्ग पर तीसरे और चौथे साथी के रूप में शुरुआत की थी। विलियम की 1843 में 51 वर्ष की आयु में एपोप्लेक्सी से मौत हो गई थी। क्रिस्टोफर की मौत 1858 में चेन्नई में हुई थी।
'बाइडन फ्रॉम मुंबई' की यह है कहानी
साल 1972 में जब जो बाइडन अमेरिका के सबसे युवा सीनेटरों में से एक के तौर पर चुने गए थे, सब उन्हें मिलने वाले सबसे पहले पत्रों में एक मुंबई (तब बॉम्बे) से भेजा गया था। यह पत्र भेजने वाले का अंतिम नाम भी बाइडन ही था। करीब पांच साल पहले जो को पता चला था कि मुंबई में पांच बाइडन हैं। हालांकि, इन पांचों के जो से किसी संबंध की जानकारी नहीं मिल पाई थी।
इस 'बाइडन फ्रॉम मुंबई' ने अपने पत्र में जो को डेलावेयर से चुनाव जीतने पर बधाई दी थी और कहा था कि वह दोनों एक-दूसरे से संबंधित हैं। हालांकि, बाइडन के इस मुंबई कनेक्शन की भी तस्वीर कभी साफ नहीं हो पाई। लेकिन, बाइडन जब भी भारतीय नेताओं से या भारतीय-अमेरिकी समुदाय से मिलते हैं तो बाइडन फ्रॉम मुंबई की चर्चा करना नहीं भूलते हैं।