भारत समेत दुनिया के कई देशों ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अलग-अलग समय पर सख्त लॉकडाउन लगाया था। दूसरी लहर में भी अलग-अलग राज्यों ने लॉकडाउन लगाए। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा था कि भारत में तापमान में कुछ गिरावट दर्ज की जाएगी। हालांकि ऐसा हुआ नहीं। गर्मी का कहर लगातार बढ़ता रहा।