पिथौरागढ़। जिला महिला अस्पताल में उपचार के दौरान हो रही महिलाओं की मौत से छात्र संगठनों में आक्रोश है। नाराज छात्र संगठनों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर डीएम का घेराव किया। उन्होंने शीघ्र दोषियों पर कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
सोमवार को आक्रोशित छात्र प्रदेश मंत्री रोहित ओझा छात्रसंघ अध्यक्ष सीएम पांडेय के नेतृत्व डीएम कार्यालय पहुंचे। उन्होंने यहां दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर डीएम का घेराव किया। आक्रोशित छात्रों का कहना है कि जिला महिला अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण पिछले ढाई माह में उपचार के दौरान चार महिलाओं की मौत हो चुकी है। बावजूद इसके व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया जा रहा है।
कहा जिले के सबसे बड़े जिला व महिला अस्पताल में लोगों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। कहा जांचों के नाम पर सीमांत के गरीब लोगों को लूटा जा रहा है। कहा इसके बाद भी शासन-प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। जिले भर के अस्पतालों में चिकित्सकों के पद लंबे समय से रिक्त चल रहे हैं। इसके बाद भी उन पदों को भरने को लेकर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने शीघ्र व्यवस्थाओं में सुधार नहीं होने और महिलाओं की मौत के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है।
ये रहे शामिल
छात्रसंघ उपाध्यक्ष पूनम महर, पीयूष रावत, हरीश महर, सुचिता पंत, रोशनी, अंजू, स्वाती, अशोक उप्रेती, पंकज कुमार, पूजा कोहली, सूरज चंद, नीरज पाठक, दीपांक जोशी, इंदर बथ्याल मौजूद रहे।
पिथौरागढ़। जिला महिला अस्पताल में उपचार के दौरान हो रही महिलाओं की मौत से छात्र संगठनों में आक्रोश है। नाराज छात्र संगठनों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर डीएम का घेराव किया। उन्होंने शीघ्र दोषियों पर कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
सोमवार को आक्रोशित छात्र प्रदेश मंत्री रोहित ओझा छात्रसंघ अध्यक्ष सीएम पांडेय के नेतृत्व डीएम कार्यालय पहुंचे। उन्होंने यहां दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर डीएम का घेराव किया। आक्रोशित छात्रों का कहना है कि जिला महिला अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण पिछले ढाई माह में उपचार के दौरान चार महिलाओं की मौत हो चुकी है। बावजूद इसके व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया जा रहा है।
कहा जिले के सबसे बड़े जिला व महिला अस्पताल में लोगों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। कहा जांचों के नाम पर सीमांत के गरीब लोगों को लूटा जा रहा है। कहा इसके बाद भी शासन-प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। जिले भर के अस्पतालों में चिकित्सकों के पद लंबे समय से रिक्त चल रहे हैं। इसके बाद भी उन पदों को भरने को लेकर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने शीघ्र व्यवस्थाओं में सुधार नहीं होने और महिलाओं की मौत के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है।
ये रहे शामिल
छात्रसंघ उपाध्यक्ष पूनम महर, पीयूष रावत, हरीश महर, सुचिता पंत, रोशनी, अंजू, स्वाती, अशोक उप्रेती, पंकज कुमार, पूजा कोहली, सूरज चंद, नीरज पाठक, दीपांक जोशी, इंदर बथ्याल मौजूद रहे।