नेपाल सीमा से लगे स्याला से पोथ तक के 15 किलोमीटर सड़क की कटिंग में भारी-भरकम रकम खर्च होने के बावजूद ग्रामीणों को सड़क का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जुलाई में बरसात के बाद से सड़क पर गड्ढों के चलते वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है। ग्रामीणों ने सड़क की मरम्मत की मांग की है। ग्रामीणों ने सड़क को सुचारु नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 2016 में स्याला-पोथ रोड की कटिंग हुई। 452.56 लाख रुपये की लागत से 15 किलोमीटर लंबी सड़क का लाभ पोथ के अलावा निगाली, कलसुनिया, कोटकेंद्री, गंगसीर, भड़ियास आदि गांवों के एक हजार से अधिक लोगों को मिला लेकिन मानसूनी बारिश में यह सड़क जगह-जगह से कट गई।
तबसे अब तक सड़क की मरम्मत नहीं हो सकी है। सड़क पर वाहन न चल पाने से किसानों को फसल को बाजार तक लाने में परेशानी हो रही है। ग्रामीण बहादुर सिंह, मान सिंह, दीवान सिंह, हरीश उप्रेती, नारायण सिंह, हीरा सिंह, गणेश सिंह, हजारी देवी, गोविंद सिंह, महेंद्र सिंह, नवीन सिंह आदि ने जल्द सड़क दुरुस्त करने की मांग की है।
इधर कनिष्ठ अभियंता हयात राम ने कहा कि मानसून के दौरान भारी बारिश से सड़क टूट गई। इसे ठीक करने के लिए एक बार डोजर भेजा गया था। हालत ठीक नहीं होने पर दोबारा डोजर भेज सड़क को ठीक कराया जाएगा। सड़क को आपदा मद से मरम्मत करने का प्रस्ताव भेजा गया है।
नेपाल सीमा से लगे स्याला से पोथ तक के 15 किलोमीटर सड़क की कटिंग में भारी-भरकम रकम खर्च होने के बावजूद ग्रामीणों को सड़क का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जुलाई में बरसात के बाद से सड़क पर गड्ढों के चलते वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है। ग्रामीणों ने सड़क की मरम्मत की मांग की है। ग्रामीणों ने सड़क को सुचारु नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 2016 में स्याला-पोथ रोड की कटिंग हुई। 452.56 लाख रुपये की लागत से 15 किलोमीटर लंबी सड़क का लाभ पोथ के अलावा निगाली, कलसुनिया, कोटकेंद्री, गंगसीर, भड़ियास आदि गांवों के एक हजार से अधिक लोगों को मिला लेकिन मानसूनी बारिश में यह सड़क जगह-जगह से कट गई।
तबसे अब तक सड़क की मरम्मत नहीं हो सकी है। सड़क पर वाहन न चल पाने से किसानों को फसल को बाजार तक लाने में परेशानी हो रही है। ग्रामीण बहादुर सिंह, मान सिंह, दीवान सिंह, हरीश उप्रेती, नारायण सिंह, हीरा सिंह, गणेश सिंह, हजारी देवी, गोविंद सिंह, महेंद्र सिंह, नवीन सिंह आदि ने जल्द सड़क दुरुस्त करने की मांग की है।
इधर कनिष्ठ अभियंता हयात राम ने कहा कि मानसून के दौरान भारी बारिश से सड़क टूट गई। इसे ठीक करने के लिए एक बार डोजर भेजा गया था। हालत ठीक नहीं होने पर दोबारा डोजर भेज सड़क को ठीक कराया जाएगा। सड़क को आपदा मद से मरम्मत करने का प्रस्ताव भेजा गया है।