भारत में गरीबी रेखा से नीचे रह रही एक बड़ी आबादी सरकार द्वारा मिलने वाली राशन सुविधा का लाभ उठाती है। इन लोगों के लिए भारत सरकार राशन कार्ड जारी करती है, ताकि गरीब लोगों के बीच राशन को व्यवस्थित ढंग से वितरित किया जा सके। राशन कार्ड का उपयोग राशन लेने के अलावा भी कई दूसरी जगहों पर किया जाता है। वहीं दूसरी तरफ कई अपात्र लोग ऐसे भी हैं, जो राशन कार्ड की मदद से सरकार द्वारा मिलने वाली राशन सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। ऐसे में सरकार ने इन लोगों के लिए कई नियमों को बना रखा है, ताकि गलती से भी कोई अपात्र व्यक्ति राशन सुविधा का लाभ न उठा सके। अगर आप गलत ढंग से राशन कार्ड की मदद से राशन सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। इस स्थिति में आपको अपने राशन कार्ड को सरेंडर करना है। अगर आप ऐसा नहीं करते। इस स्थिति में आपके ऊपर कानूनी कार्रवाई हो सकती है। आइए जानते हैं इसके बारे में -
कोरोना महामारी के बाद राशन कार्ड से जुड़े फर्जीवाड़े के कई मामले सामने निकलकर आए हैं। देश में ऐसे कई लोग हैं, जो पात्र न होने के बाद भी गलत तरीके से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत मिलने वाले मुफ्त राशन का लाभ उठा रहे हैं।
सरकार गलत ढंग से लाभ ले रहे इन अपात्र लाभार्थियों के खिलाफ सख्त है। अधिकारियों की जांच में ऐसे कई अपात्र लोग मिले हैं, जो गलत ढंग से सरकार की मुफ्त राशन सुविधा का फायदा उठा रहे हैं।
ऐसे में सरकार ऐसे लोगों को चिन्हित करके उनके राशन कार्ड को निरस्त करने की योजना में है। सरकार ने बताया है कि जिन लोगों के पास 100 वर्ग मीटर का प्लॉट, ट्रैक्टर, चार पहिये की गाड़ी, गांव में 2 लाख या शहरों में 3 लाख की आमदनी या उनके घरों में एसी लगा हुआ है।
उन अपात्र लाभार्थियों का राशन कार्ड सरेंडर कराया जाएगा। अगर ये लोग अपने राशन कार्ड को सरेंडर नहीं करते। इस स्थिति में सरकार इन लोगों पर कार्रवाई करेगी। इसके अलावा अपात्र लोग जो गलत ढंग से राशन सुविधा का लाभ उठा रहे हैं, उनसे अधिकारियों द्वारा रिकवरी भी की जा सकती है।