ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में चल रहे कॉमनवेल्थ खेल के 11वें और आखिरी दिन भी भारतीय दल ने शानदार खेल दिखाया। आखिरी दिन बैडमिंटन में भारत के नाम तीन मेडल रहे। बैडमिंटन के मेंस सिंगल्स में श्रीकांत किदांबी को एक कड़े मुकाबले में सिल्वर से संतोष करना पड़। मलेशिया के ली चॉन्ग वेई ने उन्हें हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। बीते दिनों ली चॉन्ग एक अश्लील वीडियो के लीक होने से चर्चा में थे। अगली स्लाइड्स में जानिए आखिर क्या था पूरा विवाद?
बीते दिनों मलेशिया के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी ली चोंग वेई उस वक्त बड़ी मुश्किल में फंस गए थे जब उनका एक अश्लील वीडियो इंटरनेट पर वायरल होने लगा था। इसके बाद इस 35 वर्षीय खिलाड़ी की जमकर आलोचना हुई थी। वीडियो में एक महिला और पुरुष आपत्तिजनक स्थिति में स्पष्ट नजर आ रहे थे। हालांकि इस वीडियो को देखने के बाद ली ने कहा था कि वीडियो में जो व्यक्ति नजर आ रहा है वो मैं नहीं हूं।
ली का अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने पुलिस में भी इसकी शिकायत भी दर्ज करवाई थी। दो बच्चों के पिता ली का आरोप था कि उनके चरित्र को ठेस पहुंचाने के लिए किसी ने यह झूठी साजिश रची है। बता दें कि ली चोंग वेई ने ओलंपिक में तीन बार सिल्वर मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की है। चोंग वेई ने अपने फेसबुक पेज पर बयान जारी करके बताया था कि उन्होंने इसके खिलाफ पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई थी।
कैसा रहा दोनों के बीच मैच
श्रीकांत ने पहले सेट में ली को 21-19 से हराकर 1-0 की बढ़त बनाई। पहला सेट 23 मिनट तक चला। दूसरा गेम 21 मिनट में खत्म हो गया और ली ने इसमें शानदार वापसी करते हुए 21-14 से जीत दर्ज की। शुरुआत में श्रीकांत आगे चल रहे थे। मगर फिर ली ने शानदार वापसी करते हुए सेट 21-14 से अपने नाम किया। तीसरे और आखिरी सेट में ली ने किदांबी को बिना कोई मौका देते हुए 21-14 से सेट जीतकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया।
इससे पहले साइना नेहवाल ने पीवी सिंधु को सीधे सेटों में 21-18, 23-21 से हराकर गोल्ड मेडल जीता था। साइना ने देश को 26वां गोल्ड दिलाया था। बता दें कि यह यह भारत का कॉमनवेल्थ गेम्स के 88 साल के इतिहास में विदेश में मेडल टेबल में स्थान के लिहाज से तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले 2002 और 2006 में चौथा स्थान विदेश में हुए कॉमनवेल्थ खेल में सर्वश्रेष्ठ रहा था। ओवरऑल इस इवेंट में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2010 में रहा था। तब अपनी मेजबानी में भारत दूसरे स्थान पर रहा था।