लगातार विवादों में रहने वाले पाकिस्तान क्रिकेट से जुड़ी एक ऐसी खबर दुनिया के सामने आई है जो इस देश के घरेलू क्रिकेट ढाचे की पोल खोल कर रख देगी। बदलाव के दौर से गुजर रही पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को दोबारा खड़ा करने के लिए पीसीबी ने अपने विभागीय क्रिकेट को भंग करने का फैसला लिया था, जिसकी चौतरफा आलोचनाएं हुईं थीं, इसी बदलाव के चलते एक खिलाड़ी अब टेंपो चलाने को मजबूर है।
आर्थिक संकट से भी जूझ रहे पाकिस्तान बोर्ड के पास अपने खर्च निकालने तक के पैसे नहीं हैं। मैदान के रखरखाव और स्टाफ का वेतन निकाल पाना तक मुश्किल साबित हो रहा है, ऐसे में कई विभागीय खिलाड़ी अब इस खेल से ही दूर हो रहे हैं। दरअसल, यह कहानी है, फजल सुभान नामक एक प्रथम श्रेणी क्रिकेटर की। अंडर -19 टीम और फिर पाकिस्तान 'ए' टीम के अहम खिलाड़ी रह चुके सुभान ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द साझा किया है।
फजल कभी उन शीर्ष खिलाड़ियों में शूमार थे, जो अंडर-19 और 'ए' टीम के बाद पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम में खेलने से बेहद करीब थे, लेकिन परिवार का पेट-पालने के लिए उन्हें इस खेल को ही तौबा करना पड़ा। फजल की माने तो वह विभागीय क्रिकेट में 1 लाख रुपये वेतन पाते थे, पर पीसीबी द्वारा उसे बंद करने के बाद वह पिकअप वाहन चलाने को मजबूर है, जहां उसकी कमाई 30,000-35,000 रुपये के करीब है।
40 प्रथम श्रेणी मैच में 32.87 की औसत से 2301 रन बनाने वाले फजल ने पांच शतक और 11 अर्द्धशतक भी लगाए हैं। अब पूरी दुनिया में इस क्रिकेटर की दुर्गति की खबर आग की तरह फैल रही है। सोशल मीडिया पर वीडियो देखने के बाद कई मौजूदा और पूर्व क्रिकेटर्स ने दुख जाहिर किया। कामरान अकमल और मोहम्मद हफीज सहित कई शीर्ष खिलाड़ियों ने नए मॉडल को लागू करने के लिए पीसीबी को आड़े हाथों लिया।