पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रामनवमी जुलूस में हंगामा की खबर सामने आई है। यहां उपद्रवियों ने वाहनों में आग लगा दी। फिलहाल मौके पर पुलिस कर्मी मौजूद हैं।
हावड़ा के शिबपुर में विश्व हिंदू परिषद और बंजरग दल रामनवमी का जुलूस निकल रहा था। उसी वक्त वहां हिंसा शुरू होने की बात कही जा रही है। हिंसा का कारण फिलहाल पता नहीं चल पा रहा है। लेकिन जो वीडियो सामने आए हैं में वाहनों को आग के हवाले किया गया है, ये साफ तौर पर दिख रहा है।
रामनवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कहा था कि सभी लोग रैलियां कीजिए मगर, रमजान का महीना चल रहा है, ऐसे में मुस्लिम इलाकों से गुजरने से परहेज कीजिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोगों को बोलते हुए सुना है कि हाथियार लेकर निकलेंगे। इस पर कहना चाहती हूं कि ये मत भूलें कि कोर्ट है, जो छोड़ेगा नहीं।
हावड़ा में हिंसा के बाद सीएम ममता ने फिर कहा है कि 'मेरे आंख-कान खुले हैं। मुझे सब दिख रहा है। मैंने पहले ही चेतावनी दी थी कि मुस्लिम बहुल इलाकों से यात्रा ना निकाली जाए। मैंने पहले ही कहा था कि राम नवमी पर रैली निकाली गई तो हिंसा हो सकती है। वह बोलीं, 'यह रमजान का वक्त है। इस वक्त में वे (मुस्लिम समुदाय) कुछ गलत काम नहीं कर सकते।'
भाजपा की ओर से पलटवार करते हुए अमिल मालवीय ने कहा कि ममता लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हुए रामनवमी के दिन धरना दिया। उन्होंने एक संप्रदाय विशेष के इलाके में शोभायात्रा ना निकालने की चेतावनी दी। इससे तनाव का माहौल बना। इस बीच खबर आ रही है कि हावड़ा के पुलिस कमिश्नर घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने मार्ग क्यों बदल दिया और विशेष रूप से लक्षित करने और एक समुदाय पर हमला करने के लिए अनधिकृत मार्ग को क्यों चुना? यदि वे मानते हैं कि वे दूसरों पर हमला करेंगे और कानूनी हस्तक्षेपों के माध्यम से राहत प्राप्त करेंगे, तो उन्हें पता होना चाहिए कि जनता एक दिन उन्हें अस्वीकार कर देगी। जिन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। भाजपा कार्यकर्ताओं में लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाने की हिम्मत कैसे होती है?
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने रामनवमी जुलूस के दौरान हावड़ा में हुई हिंसा पर कहा कि टीएमसी झूठ बोल रही है क्योंकि वह गलत रास्ता नहीं था। हावड़ा मैदान तक अनुमति थी और वहां जाने के लिए यही एकमात्र रास्ता था। अब भारत में ऐसे दिन आ गए हैं कि आप कुछ क्षेत्रों में ही रामनवमी का जुलूस निकाल सकते हैं और अन्य क्षेत्रों में नहीं जा सकते।