न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Updated Sat, 24 Oct 2020 01:59 PM IST
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बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा घोषणापत्र में एलान किया गया है कि कोरोना वायरस वैक्सीन आने पर इसे राज्य में मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा। इसे लेकर विपक्षी पार्टियों ने भाजपा पर हमला बोला है। वहीं, अब शिवसेना ने मुखपत्र सामना के जरिए भाजपा को निशाने पर लिया है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा, भाजपा की असली नीति क्या है? ये स्पष्ट ही नहीं हो पा रहा है। इस मुद्दे पर भ्रम का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि कोरोना की वैक्सीन आने पर उसे देश के सभी लोगों तक बिना किसी भेदभाव के पहुंचाया जाएगा। वैक्सीन की उपलब्धता में राजनीति को बीच में नहीं लाया जाएगा।
सामना में शिवसेना ने कहा, भाजपा बिहार में जाकर चुनावी घोषणापत्र में वैक्सीन का राजनीतिकरण कर रही है। राज्य में चुनावी घोषणापत्र में भाजपा का पहला वादा ही वैक्सीन को लेकर है। शिवसेना ने भाजपा से पूछा है कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकार नहीं है, क्या वे पाकिस्तान में हैं? या फिर इन राज्यों को वैक्सीन देने के लिए पुतिन रूस से आएंगे।
यह भी पढ़ें: बिहार में कोरोना के मुफ्त टीके की घोषणा पर घिरी भाजपा, राहुल ने उठाए सवाल, चुनाव आयोग पहुंचा मामला
कोरोना काल में हो रही चुनावी रैलियों को लेकर भी सामना के संपादकीय में भाजपा पर हमला बोला गया है। पार्टी ने कहा है, चुनाव प्रचार के लिए नेताओं के हेलिकॉप्टर उड़ रहे हैं और लोगों की भीड़ भी जुट रही है। इस भीड़ में हो सकता है कि कोरोना की दबकर मौत हो जाए और राजनीतिक क्रांति हो जाए।
शिवसेना ने सामना में कहा, बिहार में जो भी चुनावी नतीजे आएंगे, वे 10 नवंबर को सबके सामने होंगे। लेकिन भाजपा ने लोगों के मन में कोरोना का डर बढ़ाकर मुफ्त टीके की सुई लगाने का 'फोकट' उद्योग शुरू किया है।
संपादकीय में कहा गया है, सत्ता का लालच और मतदाताओं को लुभाने के लिए नैतिकता वाली पार्टी निचले स्तर तक चली गई है। बिहार में ही क्यों मुफ्त की वैक्सीन दी जाएगी? क्या देश की बाकी जनता को इसकी जरूरत नहीं है। कोरोना के चलते देश में एक लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं। ऐसे में बिहार में इस मुद्दे पर राजनीति होना दुखद है।
शिवसेना ने सामना में कहा, बिहार चुनाव में विकास नाम का शब्द गुम हो गया है। देश की जनता वैक्सीन का इंतजार कर रही है। वैक्सीन को बनाने के लिए तीसरे चरण में काम चल रहा है, लेकिन वैक्सीन बिहार में भाजपा को वोट देने वालों को ही मिलेगा। अगर सत्ता बदलेगी तो क्या भाजपा वैक्सीन नहीं देगी।
बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा घोषणापत्र में एलान किया गया है कि कोरोना वायरस वैक्सीन आने पर इसे राज्य में मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा। इसे लेकर विपक्षी पार्टियों ने भाजपा पर हमला बोला है। वहीं, अब शिवसेना ने मुखपत्र सामना के जरिए भाजपा को निशाने पर लिया है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा, भाजपा की असली नीति क्या है? ये स्पष्ट ही नहीं हो पा रहा है। इस मुद्दे पर भ्रम का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि कोरोना की वैक्सीन आने पर उसे देश के सभी लोगों तक बिना किसी भेदभाव के पहुंचाया जाएगा। वैक्सीन की उपलब्धता में राजनीति को बीच में नहीं लाया जाएगा।
सामना में शिवसेना ने कहा, भाजपा बिहार में जाकर चुनावी घोषणापत्र में वैक्सीन का राजनीतिकरण कर रही है। राज्य में चुनावी घोषणापत्र में भाजपा का पहला वादा ही वैक्सीन को लेकर है। शिवसेना ने भाजपा से पूछा है कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकार नहीं है, क्या वे पाकिस्तान में हैं? या फिर इन राज्यों को वैक्सीन देने के लिए पुतिन रूस से आएंगे।
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कोरोना काल में हो रही चुनावी रैलियों को लेकर भी सामना के संपादकीय में भाजपा पर हमला बोला गया है। पार्टी ने कहा है, चुनाव प्रचार के लिए नेताओं के हेलिकॉप्टर उड़ रहे हैं और लोगों की भीड़ भी जुट रही है। इस भीड़ में हो सकता है कि कोरोना की दबकर मौत हो जाए और राजनीतिक क्रांति हो जाए।
शिवसेना ने सामना में कहा, बिहार में जो भी चुनावी नतीजे आएंगे, वे 10 नवंबर को सबके सामने होंगे। लेकिन भाजपा ने लोगों के मन में कोरोना का डर बढ़ाकर मुफ्त टीके की सुई लगाने का 'फोकट' उद्योग शुरू किया है।
संपादकीय में कहा गया है, सत्ता का लालच और मतदाताओं को लुभाने के लिए नैतिकता वाली पार्टी निचले स्तर तक चली गई है। बिहार में ही क्यों मुफ्त की वैक्सीन दी जाएगी? क्या देश की बाकी जनता को इसकी जरूरत नहीं है। कोरोना के चलते देश में एक लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं। ऐसे में बिहार में इस मुद्दे पर राजनीति होना दुखद है।
शिवसेना ने सामना में कहा, बिहार चुनाव में विकास नाम का शब्द गुम हो गया है। देश की जनता वैक्सीन का इंतजार कर रही है। वैक्सीन को बनाने के लिए तीसरे चरण में काम चल रहा है, लेकिन वैक्सीन बिहार में भाजपा को वोट देने वालों को ही मिलेगा। अगर सत्ता बदलेगी तो क्या भाजपा वैक्सीन नहीं देगी।