राममंदिर ट्रस्ट की पहली बैठक बुधवार को नई दिल्ली के ग्रेटर कैलाश स्थित ट्रस्ट के आधिकारिक कार्यालय में हुई। इस बैठक में राममंदिर आंदोलन के खास किरदार रहे महंत नृत्यगोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष घोषित किया गया। इस संबंध में और अधिक जानकारी देने के लिए ट्रस्ट की ओर से थोड़ी देर में प्रेस कांफ्रेंस भी की जाएगी।
क्या कुछ हुआ ट्रस्ट की बैठक में...
- ट्रस्ट की पहली बैठक काफी अहम रही। इसमें नौ प्रस्ताव पारित किए गए हैं। महंत नृत्यगोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाए जाने के साथ ही विहिप के नेता चंपत राय को महासचिव बनाया गया है।
- वहीं कोषाध्यक्ष का पद गोविंददेवगिरि महाराज को दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा को भवन निर्माण समिति का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
- दिल्ली की फर्म वी. शंकर अय्यर एंड कंपनी, रंजीत नगर, पटेल नगर, नई दिल्ली को ट्रस्ट के चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए नियुक्त किया गया है। यह कंपनी ट्रस्ट के लेखा-जोखा से संबंधित सभी वैधानिक कार्य करेगी।
- अयोध्या के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में ट्रस्ट का बैंक खाता खोला जाएगा। इसका संचालन स्वामी गोविंददेव गिरि, चंपतराय, डॉ. अनिल कुमार मिश्र में से किन्ही दो के संयुक्त हस्ताक्षरों से हो सकेगा।
पहली बैठक में ये लोग रहे मौजूद
- इनके अलावा पहली बैठक में के. पारासरन, स्वामी नृत्यगोपालदास महाराज, स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज, युगपुरुष स्वामी परमानंद महाराज, स्वामी विश्वप्रसन्नतीर्थ महाराज, स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज, महंत दिनेंद्र दास महाराज, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, डॉ. अनिल मिश्रा और कामेश्वर चौपाल मौजूद रहे।
- बैठक में भारत सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर अतिरिक्त सचिव गृह विभाग ज्ञानेश कुमार, उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर आईएएस अवनीश अवस्थी और अयोध्या के जिलाधिकारी आईएएस अनुज कुमार झा इस दौरान मौजूद रहे।
सबसे पहले क्या हुआ बैठक में..
- श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (ट्रस्ट) की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, ट्रस्ट की पहली बैठक शुरू होने पर सबसे पहले 1528 ई. से लेकर वर्तमान समय तक कि मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे साधु-संतों और श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि समर्पित की गई।
- इसके बाद केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार और देश की न्यायिक व्यवस्था के प्रति आभार जताया गया। इसके बाद ट्रस्ट के पदाधिकारियों के नाम नामित किए गए।
अमर उजाला की 8 फरवरी को प्रकाशित हुई खबर पर मुहर
पहली बैठक के बाद अध्यक्ष बोले- जल्द बनेगा मंदिर
राम मंदिर ट्रस्ट की पहली बैठक के बाद महंत नृत्यगोपाल दास ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोगों की भावना का आदर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल्दी से जल्दी मंदिर का निर्माण होगा।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को हुई राम मंदिर ट्रस्ट की पहली बैठक को बड़ा कदम बताया, इसके लिए उन्होंने लगातार दो ट्वीट किए। अपने पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि- आज श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक में राम मंदिर के लिए सदैव संघर्षरत महंत नृत्य गोपाल दास जी को अध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष श्री चंपत राय जी को महामंत्री तथा पूज्य गोविंद देव गिरी जी महाराज को कोषाध्यक्ष बनाए जाने पर मैं हृदय से अभिनंदन करता हूं।
इसके बाद किए ट्वीट में भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने लिखा कि- 500 वर्षों तक चले इस संघर्ष को अंतिम चरण तक पहुंचाने में महती भूमिका निभाने वाले समस्त संत वृंद, सामाजिक संगठनों तथा आंदोलन से जुड़े सभी कार्यकर्ताओं एवं देश की जनता को हृदय से नमन करता हूं। यह राम मंदिर के प्रति हमारे संकल्प और भावनाओं को मूर्तरूप देने की दिशा में बड़ा कदम है।
बता दें कि मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला देव उठनी एकादशी के दिन आया था, ट्रस्ट की घोषणा और ट्रस्ट की पहली बैठक भी एकादशी के दिन ही यानी 19 फरवरी को हुई है। ऐसे में मंदिर का शिलान्यास भी चार मार्च को होने की ज्यादा संभावना है, कारण कि उस दिन भी एकादशी है।
जानकारी के अनुसार, रामानंद संप्रदाय में भी एकादशी को सर्वाधिक महत्व दिया जाता है। मंगलवार रात मंदिर मामले से जुड़े सूत्रों ने बातचीत में कहा था कि रामनवमी के दिन अयोध्या में पहले से ही भारी भीड़ रहती है, इस बार भीड़ दस लाख से ऊपर हो जाएगी।
ऐसे में अगर उसी दिन शिलान्यास हुआ तो भीड़ संभालना मुश्किल होगा। वह भी तब जब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई विशिष्ट अतिथि उस दौरान वहां मौजूद रहेंगे।
बैठक के दौरान वैष्णव वैरागी अखाड़ों की निर्वाणी अणी के महंत और अयोध्या के हनुमान गढ़ी के महंत धर्मदास बिना बुलाए ही वहां पहुंच गए थे। हालांकि ट्रस्ट के सदस्यों ने उन्हें बैठक में शामिल होने से रोक दिया। उन्हें बैठक के बाहर कमरे में ही बैठाया गया।
बता दें कि धर्मदास खुद को ट्रस्ट में शामिल करने और पुजारी बनाने की मांग कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक महंत ने मांगें नहीं मानने पर अदालत का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी भी दी है। ट्रस्ट के सदस्यों ने उन्हें बैठक के बाद बातचीत का आश्वासन दिया है।
विस्तार
राममंदिर ट्रस्ट की पहली बैठक बुधवार को नई दिल्ली के ग्रेटर कैलाश स्थित ट्रस्ट के आधिकारिक कार्यालय में हुई। इस बैठक में राममंदिर आंदोलन के खास किरदार रहे महंत नृत्यगोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष घोषित किया गया। इस संबंध में और अधिक जानकारी देने के लिए ट्रस्ट की ओर से थोड़ी देर में प्रेस कांफ्रेंस भी की जाएगी।
क्या कुछ हुआ ट्रस्ट की बैठक में...
- ट्रस्ट की पहली बैठक काफी अहम रही। इसमें नौ प्रस्ताव पारित किए गए हैं। महंत नृत्यगोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाए जाने के साथ ही विहिप के नेता चंपत राय को महासचिव बनाया गया है।
- वहीं कोषाध्यक्ष का पद गोविंददेवगिरि महाराज को दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा को भवन निर्माण समिति का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
- दिल्ली की फर्म वी. शंकर अय्यर एंड कंपनी, रंजीत नगर, पटेल नगर, नई दिल्ली को ट्रस्ट के चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए नियुक्त किया गया है। यह कंपनी ट्रस्ट के लेखा-जोखा से संबंधित सभी वैधानिक कार्य करेगी।
- अयोध्या के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में ट्रस्ट का बैंक खाता खोला जाएगा। इसका संचालन स्वामी गोविंददेव गिरि, चंपतराय, डॉ. अनिल कुमार मिश्र में से किन्ही दो के संयुक्त हस्ताक्षरों से हो सकेगा।
पहली बैठक में ये लोग रहे मौजूद
- इनके अलावा पहली बैठक में के. पारासरन, स्वामी नृत्यगोपालदास महाराज, स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज, युगपुरुष स्वामी परमानंद महाराज, स्वामी विश्वप्रसन्नतीर्थ महाराज, स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज, महंत दिनेंद्र दास महाराज, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, डॉ. अनिल मिश्रा और कामेश्वर चौपाल मौजूद रहे।
- बैठक में भारत सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर अतिरिक्त सचिव गृह विभाग ज्ञानेश कुमार, उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर आईएएस अवनीश अवस्थी और अयोध्या के जिलाधिकारी आईएएस अनुज कुमार झा इस दौरान मौजूद रहे।
सबसे पहले क्या हुआ बैठक में..
- श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (ट्रस्ट) की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, ट्रस्ट की पहली बैठक शुरू होने पर सबसे पहले 1528 ई. से लेकर वर्तमान समय तक कि मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे साधु-संतों और श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि समर्पित की गई।
- इसके बाद केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार और देश की न्यायिक व्यवस्था के प्रति आभार जताया गया। इसके बाद ट्रस्ट के पदाधिकारियों के नाम नामित किए गए।
अमर उजाला की 8 फरवरी को प्रकाशित हुई खबर पर मुहर
पहली बैठक के बाद अध्यक्ष बोले- जल्द बनेगा मंदिर
राम मंदिर ट्रस्ट की पहली बैठक के बाद महंत नृत्यगोपाल दास ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोगों की भावना का आदर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल्दी से जल्दी मंदिर का निर्माण होगा।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने पहली बैठक को बताया बड़ा कदम
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को हुई राम मंदिर ट्रस्ट की पहली बैठक को बड़ा कदम बताया, इसके लिए उन्होंने लगातार दो ट्वीट किए। अपने पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि- आज श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक में राम मंदिर के लिए सदैव संघर्षरत महंत नृत्य गोपाल दास जी को अध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष श्री चंपत राय जी को महामंत्री तथा पूज्य गोविंद देव गिरी जी महाराज को कोषाध्यक्ष बनाए जाने पर मैं हृदय से अभिनंदन करता हूं।
इसके बाद किए ट्वीट में भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने लिखा कि- 500 वर्षों तक चले इस संघर्ष को अंतिम चरण तक पहुंचाने में महती भूमिका निभाने वाले समस्त संत वृंद, सामाजिक संगठनों तथा आंदोलन से जुड़े सभी कार्यकर्ताओं एवं देश की जनता को हृदय से नमन करता हूं। यह राम मंदिर के प्रति हमारे संकल्प और भावनाओं को मूर्तरूप देने की दिशा में बड़ा कदम है।
एकादशी के दिन का संयोग
बता दें कि मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला देव उठनी एकादशी के दिन आया था, ट्रस्ट की घोषणा और ट्रस्ट की पहली बैठक भी एकादशी के दिन ही यानी 19 फरवरी को हुई है। ऐसे में मंदिर का शिलान्यास भी चार मार्च को होने की ज्यादा संभावना है, कारण कि उस दिन भी एकादशी है।
जानकारी के अनुसार, रामानंद संप्रदाय में भी एकादशी को सर्वाधिक महत्व दिया जाता है। मंगलवार रात मंदिर मामले से जुड़े सूत्रों ने बातचीत में कहा था कि रामनवमी के दिन अयोध्या में पहले से ही भारी भीड़ रहती है, इस बार भीड़ दस लाख से ऊपर हो जाएगी।
ऐसे में अगर उसी दिन शिलान्यास हुआ तो भीड़ संभालना मुश्किल होगा। वह भी तब जब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई विशिष्ट अतिथि उस दौरान वहां मौजूद रहेंगे।
बिना बुलाए बैठक में पहुंचे महंत धर्मदास
बैठक के दौरान वैष्णव वैरागी अखाड़ों की निर्वाणी अणी के महंत और अयोध्या के हनुमान गढ़ी के महंत धर्मदास बिना बुलाए ही वहां पहुंच गए थे। हालांकि ट्रस्ट के सदस्यों ने उन्हें बैठक में शामिल होने से रोक दिया। उन्हें बैठक के बाहर कमरे में ही बैठाया गया।
बता दें कि धर्मदास खुद को ट्रस्ट में शामिल करने और पुजारी बनाने की मांग कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक महंत ने मांगें नहीं मानने पर अदालत का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी भी दी है। ट्रस्ट के सदस्यों ने उन्हें बैठक के बाद बातचीत का आश्वासन दिया है।