प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत की। राष्ट्रीय बालिका दिवस और आजादी के अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में प्रधानमंत्री ने बच्चों के साथ वर्चुअली बातचीत की। पीएम के साथ बच्चों की बातचीत की शुरुआत मध्यप्रदेश के अवि शर्मा से हुई। इस फेहरिस्त में उत्तर प्रदेश के सामाजिक सेवा के क्षेत्र में अभिनव कुमार चौधरी, खेल के क्षेत्र में चंदारी सिंह चौधरी और दिव्यांग पैरा तैराक जिया राय समेत देशभर से 29 बच्चे थे।
धीरज ने भाई को मगरमच्छ से बचाया
प्रधानमंत्री बिहार के धीरज कुमार से मिले, जिन्होंने अपने छोटे भाई को मगरमच्छ से बचाया था। प्रधानमंत्री ने जब धीरज से उनके सुपर हीरो के बारे में पूछा तो किसी का नाम नहीं ले सके, इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि वह स्वयं समाज के लिए प्रेरणा हैं।
दिव्यांग ओपन वाटर पैरा तैराक जिया के नाम है रिकॉर्ड
उत्तर प्रदेश की जिया राय एक दिव्यांग ओपन वॉटर पैरा तैराक हैं। पीएम ने वर्ली सी लिंक से गेटवे ऑफ इंडिया तक आठ घंटे चालीस मिनट में 36 किमी तैरने वाली पहली दिव्यांक बालिका को भी विशेष उपलब्धि के लिए सम्मानित किया गया है।
चंदारी सिंह ने 96 घंटे लगातार रोलर स्केटिंग का रिकॉर्ड बनाया
खेल के क्षेत्र में चंदारी सिंह चौधरी ने 96 घंटे लगातार रोलर स्केटिंग का रिकार्ड बनाया है। अभिनव ने 10,000 से ज्यादा बच्चों को पुस्तकें प्रदान कीं : सामाजिक सेवा के क्षेत्र में यूपी के अभिनव कुमार चौधरी को भी पुरस्कृत किया गया। उन्होंने पुुरानी किताबों को खरीदने-बेचने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्म विकसित किया है। दस हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को पुस्तकें प्रदान की है।
पुहबी ने बनाया पायरोमीटर
त्रिपुरा की पुहबी चक्रवर्ती को इनोवेशन के क्षेत्र में पुरस्कृत किया गया है। पुहबी ने कोरोना काल में लगातार निगरानी के साथ फेफड़ों में ऑक्सीजन की मात्रा को बनाए रखने के लिए पायरोमीटर इजाद किया है।
हिमप्रिया आतंकियों से भी नहीं डरीं
12 साल की गुरुगु हिमप्रिया को वीरता के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया है। गुरुगु ने आठ साल की उम्र में जम्मू के सुजवां स्थित आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में घर में घुसने की कोशिश कर रहे आतंकी को ना केवल परिवार से दूर रखा बल्कि घायल मां को प्राथमिक उपचार भी दिया।
एक लाख नकद पुरस्कार, 14 बेटियों को बाल पुरस्कार
बाल शक्ति पुरस्कार की विभिन्न श्रेणियों के तहत इस वर्ष देशभर से 29 बच्चों को पीएमआरपीबी-2022 के लिए चुना गया है। इनमें 14 लड़कियां हैं। पुरस्कार विजेता हर साल गणतंत्र दिवस परेड में भी भाग लेते हैं। विजेता को एक पदक, एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार और एक प्रमाणपत्र दिया जाता है।
विस्तार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत की। राष्ट्रीय बालिका दिवस और आजादी के अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में प्रधानमंत्री ने बच्चों के साथ वर्चुअली बातचीत की। पीएम के साथ बच्चों की बातचीत की शुरुआत मध्यप्रदेश के अवि शर्मा से हुई। इस फेहरिस्त में उत्तर प्रदेश के सामाजिक सेवा के क्षेत्र में अभिनव कुमार चौधरी, खेल के क्षेत्र में चंदारी सिंह चौधरी और दिव्यांग पैरा तैराक जिया राय समेत देशभर से 29 बच्चे थे।
धीरज ने भाई को मगरमच्छ से बचाया
प्रधानमंत्री बिहार के धीरज कुमार से मिले, जिन्होंने अपने छोटे भाई को मगरमच्छ से बचाया था। प्रधानमंत्री ने जब धीरज से उनके सुपर हीरो के बारे में पूछा तो किसी का नाम नहीं ले सके, इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि वह स्वयं समाज के लिए प्रेरणा हैं।
दिव्यांग ओपन वाटर पैरा तैराक जिया के नाम है रिकॉर्ड
उत्तर प्रदेश की जिया राय एक दिव्यांग ओपन वॉटर पैरा तैराक हैं। पीएम ने वर्ली सी लिंक से गेटवे ऑफ इंडिया तक आठ घंटे चालीस मिनट में 36 किमी तैरने वाली पहली दिव्यांक बालिका को भी विशेष उपलब्धि के लिए सम्मानित किया गया है।
चंदारी सिंह ने 96 घंटे लगातार रोलर स्केटिंग का रिकॉर्ड बनाया
खेल के क्षेत्र में चंदारी सिंह चौधरी ने 96 घंटे लगातार रोलर स्केटिंग का रिकार्ड बनाया है। अभिनव ने 10,000 से ज्यादा बच्चों को पुस्तकें प्रदान कीं : सामाजिक सेवा के क्षेत्र में यूपी के अभिनव कुमार चौधरी को भी पुरस्कृत किया गया। उन्होंने पुुरानी किताबों को खरीदने-बेचने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्म विकसित किया है। दस हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को पुस्तकें प्रदान की है।
पुहबी ने बनाया पायरोमीटर
त्रिपुरा की पुहबी चक्रवर्ती को इनोवेशन के क्षेत्र में पुरस्कृत किया गया है। पुहबी ने कोरोना काल में लगातार निगरानी के साथ फेफड़ों में ऑक्सीजन की मात्रा को बनाए रखने के लिए पायरोमीटर इजाद किया है।
हिमप्रिया आतंकियों से भी नहीं डरीं
12 साल की गुरुगु हिमप्रिया को वीरता के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया है। गुरुगु ने आठ साल की उम्र में जम्मू के सुजवां स्थित आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में घर में घुसने की कोशिश कर रहे आतंकी को ना केवल परिवार से दूर रखा बल्कि घायल मां को प्राथमिक उपचार भी दिया।
एक लाख नकद पुरस्कार, 14 बेटियों को बाल पुरस्कार
बाल शक्ति पुरस्कार की विभिन्न श्रेणियों के तहत इस वर्ष देशभर से 29 बच्चों को पीएमआरपीबी-2022 के लिए चुना गया है। इनमें 14 लड़कियां हैं। पुरस्कार विजेता हर साल गणतंत्र दिवस परेड में भी भाग लेते हैं। विजेता को एक पदक, एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार और एक प्रमाणपत्र दिया जाता है।