न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Tue, 17 Apr 2018 01:39 PM IST
पाकिस्तान के एक गुरुद्वारे में भारत विरोधी पोस्टर लगे हुए दिखाई दिए हैं। यह पोस्टर उसी गुरुद्वारे में लगे हुए थे जहां दर्शनों के लिए
सिख श्रद्धालु पहुंचे थे। गुरुद्वारे में सिख रिफरेंडम: 2020
खालिस्तान का पोस्टर लगा था जिसकी वजह से भारत नाराज हो गया। इसी वजह से दिल्ली में पाकिस्तान के उप-उच्चायोग सैयद हैदर शाह को समन भेजकर अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया।
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग अजय बिसारिया को वीकेंड के दौरान गुरुद्वारे के अंदर जाने नहीं दिया गया था। इसके अलावा सोमवार को भी भारतीय राजनयिकों को श्रद्धालुओं से मिलने नहीं दिया गया था। सिख रिफरेंडम का मामला कनाडा, यूके, यूएस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया सहित विभिन्न देशों में भारतीय राजनयिकों के लिए एक गंभीर मुद्दा है। माना जाता है कि इन देशों में खालिस्तान समर्थक समूह के लोग रहते हैं जो रिफरेंडम की मांग कर रहे हैं।
दक्षिणी ब्लॉक (विदेश मंत्रालय) के सूत्रों ने कहा- हमारे पास तस्वीरे हैं जिससे यह साबित होता है कि पाकिस्तान प्रशासन सिख तीर्थयात्रियों को उत्तेजित करने की कोशिश कर रहा है और हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है। इन तस्वीरों को पाकिस्तान के उच्चायोग के साथ शेयर किया गया है। इस मामले को लेकर एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के राजनयिकों के बीच तनाव बढ़ने के आसार हैं। इससे पहले दोनों देश राजनयिकों और उनके परिवारों के कथित उत्पीड़न मामले को लेकर आमने-सामने आ गए थे।
विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि पाकिस्तान के उप-उच्चायुक्त को समन दिया गया और उनके सामने भारत ने मजबूती से अपना विरोध दर्ज करवाया। जिसमें पाकिस्तान गए सिख श्रद्धालुओं के सामने खालिस्तान का मुद्दा उठाया गया। इसके तहत श्रद्धालुओं द्वारा पाकिस्तान के जिन स्थानों की यात्रा की गई वहां भड़काऊ बयान और पोस्टर लगाए गए थे। पाकिस्तान से कहा गया है कि भारत की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और असंगति को कमजोर करने वाले सभी कामों को तुरंत बंद कर दें।
पाकिस्तान के एक गुरुद्वारे में भारत विरोधी पोस्टर लगे हुए दिखाई दिए हैं। यह पोस्टर उसी गुरुद्वारे में लगे हुए थे जहां दर्शनों के लिए
सिख श्रद्धालु पहुंचे थे। गुरुद्वारे में सिख रिफरेंडम: 2020
खालिस्तान का पोस्टर लगा था जिसकी वजह से भारत नाराज हो गया। इसी वजह से दिल्ली में पाकिस्तान के उप-उच्चायोग सैयद हैदर शाह को समन भेजकर अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया।
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग अजय बिसारिया को वीकेंड के दौरान गुरुद्वारे के अंदर जाने नहीं दिया गया था। इसके अलावा सोमवार को भी भारतीय राजनयिकों को श्रद्धालुओं से मिलने नहीं दिया गया था। सिख रिफरेंडम का मामला कनाडा, यूके, यूएस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया सहित विभिन्न देशों में भारतीय राजनयिकों के लिए एक गंभीर मुद्दा है। माना जाता है कि इन देशों में खालिस्तान समर्थक समूह के लोग रहते हैं जो रिफरेंडम की मांग कर रहे हैं।
दक्षिणी ब्लॉक (विदेश मंत्रालय) के सूत्रों ने कहा- हमारे पास तस्वीरे हैं जिससे यह साबित होता है कि पाकिस्तान प्रशासन सिख तीर्थयात्रियों को उत्तेजित करने की कोशिश कर रहा है और हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है। इन तस्वीरों को पाकिस्तान के उच्चायोग के साथ शेयर किया गया है। इस मामले को लेकर एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के राजनयिकों के बीच तनाव बढ़ने के आसार हैं। इससे पहले दोनों देश राजनयिकों और उनके परिवारों के कथित उत्पीड़न मामले को लेकर आमने-सामने आ गए थे।
विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि पाकिस्तान के उप-उच्चायुक्त को समन दिया गया और उनके सामने भारत ने मजबूती से अपना विरोध दर्ज करवाया। जिसमें पाकिस्तान गए सिख श्रद्धालुओं के सामने खालिस्तान का मुद्दा उठाया गया। इसके तहत श्रद्धालुओं द्वारा पाकिस्तान के जिन स्थानों की यात्रा की गई वहां भड़काऊ बयान और पोस्टर लगाए गए थे। पाकिस्तान से कहा गया है कि भारत की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और असंगति को कमजोर करने वाले सभी कामों को तुरंत बंद कर दें।