एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को बड़ा झटका लगा है। विभाग में बने रहने के लिए उन्हें आगे एक्सटेंशन नहीं मिला। वानखेड़े की विदाई के बाद भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी विजेंद्र सिंह ने मंगलवार को मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के क्षेत्रीय निदेशक का प्रभार संभाला। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। यह सिंह के लिए अतिरिक्त प्रभार होगा।
मुंबई एनसीबी के साथ वानखेड़े का चार महीने का एक्सटेंशन 31 दिसंबर 2021 समाप्त हो गया। आईआरएस अधिकारी वानखेड़े एनसीबी के साथ अपने कार्यकाल के दौरान अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन सहित बॉलीवुड हस्तियों के खिलाफ कथित ड्रग मामलों में कार्रवाई और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए विभिन्न आरोपों के कारण चर्चा में थे। पहले कयास लगाया जा रहा था कि केंद्र सरकार उन्हें फिर से एक्सटेंशन दे सकती है लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
वानखेड़े को डीआरआई विभाग में फिर से मिली जिम्मेदारी
एक बार फिर से वानखेड़े को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) विभाग में भेज दिया गया है। समीर वानखेड़े पहले इसी विभाग में थे। डीआरआई विभाग से ही उन्हें मुंबई एनसीबी में लाकर जोनल डायरेक्टर बनाया गया था। अब उन्हें फिर से डीआरआई में भेज दिया गया है।
मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर लगाए थे गंभीर आरोप
ड्रग्स केस में समीर वानखेड़े की छापेमारी और कार्रवाई पर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने सवाल उठाए थे। वे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगातार समीर वानखेड़े पर निशाना साधते रहे। उन्होंने समीर वानखेड़े की जाति और धर्म को लेकर भी लगातार सवाल उठाया। इसके बाद समीर वानखेड़े ने हाई कोर्ट में मलिक के खिलाफ मानहानि का केस भी दर्ज कराया था।
एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को बड़ा झटका लगा है। विभाग में बने रहने के लिए उन्हें आगे एक्सटेंशन नहीं मिला। वानखेड़े की विदाई के बाद भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी विजेंद्र सिंह ने मंगलवार को मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के क्षेत्रीय निदेशक का प्रभार संभाला। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। यह सिंह के लिए अतिरिक्त प्रभार होगा।
मुंबई एनसीबी के साथ वानखेड़े का चार महीने का एक्सटेंशन 31 दिसंबर 2021 समाप्त हो गया। आईआरएस अधिकारी वानखेड़े एनसीबी के साथ अपने कार्यकाल के दौरान अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन सहित बॉलीवुड हस्तियों के खिलाफ कथित ड्रग मामलों में कार्रवाई और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए विभिन्न आरोपों के कारण चर्चा में थे। पहले कयास लगाया जा रहा था कि केंद्र सरकार उन्हें फिर से एक्सटेंशन दे सकती है लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
वानखेड़े को डीआरआई विभाग में फिर से मिली जिम्मेदारी
एक बार फिर से वानखेड़े को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) विभाग में भेज दिया गया है। समीर वानखेड़े पहले इसी विभाग में थे। डीआरआई विभाग से ही उन्हें मुंबई एनसीबी में लाकर जोनल डायरेक्टर बनाया गया था। अब उन्हें फिर से डीआरआई में भेज दिया गया है।
मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर लगाए थे गंभीर आरोप
ड्रग्स केस में समीर वानखेड़े की छापेमारी और कार्रवाई पर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने सवाल उठाए थे। वे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगातार समीर वानखेड़े पर निशाना साधते रहे। उन्होंने समीर वानखेड़े की जाति और धर्म को लेकर भी लगातार सवाल उठाया। इसके बाद समीर वानखेड़े ने हाई कोर्ट में मलिक के खिलाफ मानहानि का केस भी दर्ज कराया था।