Hindi News
›
India News
›
IIT Kharagpur researchers developed a micro needle for injecting drug in patient
{"_id":"5f4a0da9795de4203b024b03","slug":"iit-kharagpur-researchers-developed-a-micro-needle-for-injecting-drug-in-patient","type":"story","status":"publish","title_hn":"आईआईटी खड़गपुर का कमाल, बिना दर्द शरीर में दवा पहुंचाने वाली 'सूक्ष्म सुई' बनाई","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
आईआईटी खड़गपुर का कमाल, बिना दर्द शरीर में दवा पहुंचाने वाली 'सूक्ष्म सुई' बनाई
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोलकाता
Published by: Tanuja Yadav
Updated Sat, 29 Aug 2020 01:41 PM IST
आईआईटी खड़गपुर के शोधकर्ताओं ने एक सूक्ष्म सूई विकसित की है, जिसकी सहायता से बिना किसी दर्द के मरीज को दवा दी जा सकेगी यानि कि बड़ी दवा के अणुओं को आसानी से सूई के जरिए दिया जा सकेगा। संस्थान ने शनिवार को अपने एक बयान में इस बात की जानकारी दी।
संस्थान के इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिकल कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के विभाग ने ना सिर्फ सूक्ष्म सूई के व्यास के आकार को कम किया, साथ ही उसकी मजबूती भी बढ़ा दी ताकि त्वचा में चुभने के दौरान सूई (नीडल) टूट ना जाए। भविष्य में इस सूक्ष्म सूई को कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस शोध के मुख्य शोधकर्ता प्रोफेसर तरूण कांति भट्टाचार्य का कहना है कि इसका इस्तेमाल लसीका प्रणाली इंसुलिन वितरण या किसी बीमारी के लिए मेडिकेशन के लिए किया जा सकता है, इसमें कैंसर के कुछ प्रकार और कोविड-19 वैक्सीन भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि हमने उच्च शक्ति ग्लास कार्बन माइक्रोनीडल तैयार की है, जो त्वचा प्रतिरोधी बलों का सामना कर सकता है। इस सूक्ष्म सूई की डिजाइनिंग आयनिक पॉलिमर मेटल कम्पोजिट मेम्ब्रेन आधारित माइक्रोपम्प की है, जो नियंत्रित और सटीक तरीके से दवा के अणुओं के प्रवाह दर को बढ़ाती है।
उन्होंने कहा कि इस प्रयोग में कई तरह के रिसर्च और डेवलेपट कार्य किए गए हैं, जिसके बाद एक बेहतर सूक्ष्म सूई को बनाया गया। इस सूक्ष्म सूई की मदद से मरीज के शरीर में आसानी से दवा का प्रवाह किया जा सकता है, इसमें मरीज को बिना किसी दर्द के दवा दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस डिवाइस को जानवरों पर इस्तेमाल कर लिया गया है, इसका परीक्षण सफल रहा है। शोधकर्ताओं ने भारत में इसके पेटेंट के लिए आवेदन कर दिया है और इस शोध को आईईईई और नेचर जर्नल में भी पब्लिश कर दिया है। शोधकर्ताओं को इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक और आईटी मंत्रालय से फंड मिला था।
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।