भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की अचानक हुई मृत्यु से देश सदमे में है। बुधवार को जनरल रावत की तमिलनाडु के कन्नूर में 12 अन्य लोगों के साथ एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो जनरल रावत अपनी अंतिम यात्रा पर नंवबर में महाराष्ट्र के नागपुर गए थे।
जनरल रावत ने यात्रा के दौरान नागपुर की कंपनी द्वारा बनाए जा रहे हथियारबंद ड्रोन के प्रोटोटाइप और गोला-बारूद को लेकर जानकारी ली थी। साथ ही उन्होंने गैर-संपर्क युद्ध और सशस्त्र बलों में इसके पुनर्गठन के बारे में भी बताया।
उनका हेलीकॉप्टर अमरावती रोड स्थित ड्रोन निर्माता के परिसर में उतरा था। ड्रोन का निर्माण सोलर ग्रुप ऑफ कंपनीज द्वारा किया गया था, जिसमें सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड और इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड शामिल हैं।
रिपोर्ट्स की मानें तो उन्होंने पूछा था कि कि क्या ड्रोन विंग्स मोटर, जो कि पंखों के सामने वाले हिस्से में होती है, पंखों के ऊपरी हिस्से पर फिट की जा सकती है। साथ ही दौरे के दौरान सीडीएस रावत ने नागपुर में आईएएफ मेंटेनेंस कमांड मुख्यालय का भी दौरा किया था।
इसी के साथ ही उन्हें भारतीय वायु सेना के पास विभिन्न प्रकार की संपत्तियों के रखरखाव और संबंधित रसद सहायता के रखरखाव में रखरखाव कमान की भूमिका के बारे में जानकारी दी गई। बता दें कि जनरल रावत को दिसंबर 2016 में 27वें सेनाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें 31 दिसंबर, 2019 को भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में नियुक्त किया गया था।
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भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की अचानक हुई मृत्यु से देश सदमे में है। बुधवार को जनरल रावत की तमिलनाडु के कन्नूर में 12 अन्य लोगों के साथ एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो जनरल रावत अपनी अंतिम यात्रा पर नंवबर में महाराष्ट्र के नागपुर गए थे।
जनरल रावत ने यात्रा के दौरान नागपुर की कंपनी द्वारा बनाए जा रहे हथियारबंद ड्रोन के प्रोटोटाइप और गोला-बारूद को लेकर जानकारी ली थी। साथ ही उन्होंने गैर-संपर्क युद्ध और सशस्त्र बलों में इसके पुनर्गठन के बारे में भी बताया।
उनका हेलीकॉप्टर अमरावती रोड स्थित ड्रोन निर्माता के परिसर में उतरा था। ड्रोन का निर्माण सोलर ग्रुप ऑफ कंपनीज द्वारा किया गया था, जिसमें सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड और इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड शामिल हैं।
रिपोर्ट्स की मानें तो उन्होंने पूछा था कि कि क्या ड्रोन विंग्स मोटर, जो कि पंखों के सामने वाले हिस्से में होती है, पंखों के ऊपरी हिस्से पर फिट की जा सकती है। साथ ही दौरे के दौरान सीडीएस रावत ने नागपुर में आईएएफ मेंटेनेंस कमांड मुख्यालय का भी दौरा किया था।
इसी के साथ ही उन्हें भारतीय वायु सेना के पास विभिन्न प्रकार की संपत्तियों के रखरखाव और संबंधित रसद सहायता के रखरखाव में रखरखाव कमान की भूमिका के बारे में जानकारी दी गई। बता दें कि जनरल रावत को दिसंबर 2016 में 27वें सेनाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें 31 दिसंबर, 2019 को भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में नियुक्त किया गया था।