न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Fri, 28 Jun 2019 06:16 AM IST
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे पर अड़े होने के बीच पार्टी के विधि विभाग प्रमुख विवेक तन्खा ने गुरुवार रात अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि सभी नेताओं को अपने पद छोड़ देने चाहिए ताकि राहुल गांधी अपनी नई टीम बना सकें।
तन्खा ने ट्वीट किया कि हम सभी को पार्टी पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए और राहुल जी अपनी टीम चुनने के लिए छूट देनी चाहिए। मैं इस संदर्भ में कमल नाथ के बयान का स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा मैं कांग्रेस के विधि आरटीआई व एचआर विभाग के प्रमुख पद से इस्तीफा देता हूं। पार्टी लंबे समय तक गतिरोध नहीं झेल सकती।
तन्खा ने राहुल गांधी से बदलाव की अपील करते हुए कहा कि राहुल जी! कृपया पार्टी में नई जान फूंकने के लिए व्यापक बदलाव कीजिए। आपके भीतर प्रतिबद्धता और लगन है। मैं हर परिस्थिति में आपके साथ हूं।
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद 25 मई को हुई पार्टी कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि कार्य समिति के सदस्यों ने उनकी पेशकश को खारिज करते हुए उन्हें पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था। इसके बावजूद से गांधी लगातार इस्तीफे पर अड़े हुए हैं। हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनसे आग्रह किया है कि वह कांग्रेस का नेतृत्व करते रहें।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे पर अड़े होने के बीच पार्टी के विधि विभाग प्रमुख विवेक तन्खा ने गुरुवार रात अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि सभी नेताओं को अपने पद छोड़ देने चाहिए ताकि राहुल गांधी अपनी नई टीम बना सकें।
तन्खा ने ट्वीट किया कि हम सभी को पार्टी पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए और राहुल जी अपनी टीम चुनने के लिए छूट देनी चाहिए। मैं इस संदर्भ में कमल नाथ के बयान का स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा मैं कांग्रेस के विधि आरटीआई व एचआर विभाग के प्रमुख पद से इस्तीफा देता हूं। पार्टी लंबे समय तक गतिरोध नहीं झेल सकती।
तन्खा ने राहुल गांधी से बदलाव की अपील करते हुए कहा कि राहुल जी! कृपया पार्टी में नई जान फूंकने के लिए व्यापक बदलाव कीजिए। आपके भीतर प्रतिबद्धता और लगन है। मैं हर परिस्थिति में आपके साथ हूं।
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद 25 मई को हुई पार्टी कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि कार्य समिति के सदस्यों ने उनकी पेशकश को खारिज करते हुए उन्हें पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था। इसके बावजूद से गांधी लगातार इस्तीफे पर अड़े हुए हैं। हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनसे आग्रह किया है कि वह कांग्रेस का नेतृत्व करते रहें।