देश के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में इस वर्ष नए शैक्षणिक सत्र 2022-23 से स्नातक पाठ्यक्रमों में सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीयूसीईटी) के जरिए दाखिला मिलेगा। इसके लिए दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) , जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) की तरफ से योजनाएं तैयार की जा रही हैं।
डीयू में इस साल से सत्र 2022-23 के लिए सीयूसीईटी या दिल्ली यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (डीयूसीईटी) के जरिए प्रवेश होंगे। डीयू प्रशासन द्वारा इस पर फैसला लिया गया है और डीयू के कुलपति प्रो योगेश सिंह ने इस फैसले पर कहा है कि इससे देश भर के 12वीं कक्षा के बोर्डों में जो असमानताएं थी, वह खत्म हो जाएगी।
वहीं, उम्मीद की जा रही है कि इस वर्ष 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के खत्म होने के बाद जब परीक्षा के नतीजे जारी किए जाएंगे। उसके ठीक बाद डीयू प्रशासन की तरफ से शैक्षणिक सत्र 2022-23 में स्नातक पाठ्यक्रमों मेें दाखिले सीयूसीईटी के माध्यम से होंगे। वहीं, डीयू की तरफ से छात्रों को कई नई सौगात भी नव वर्ष में मिलने जा रही है।
डीयू को केंद्र सरकार की तरफ से उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा प्राप्त है। उत्कृष्ट संस्थान के तहत डीयू प्रशासन कई नए पाठ्यक्रम भी छात्रों के लिए शुरू करेगा। डीयू के कुलपति प्रो योगेश सिंह ने अमर उजाला डिजिटल की एजुकेशन टीम से बातचीत में शैक्षणिक सत्र 2022-23 में शुरू किए जाने वाली कई नई योजनाओं से अवगत कराया।
डीयू में शुरू होगा इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम
डीयू के कुलपति प्रो योगेश सिंह ने बताया कि इस नए शैक्षणिक सत्र 2022-23 में फैकल्टी ऑफ टेक्नोलॉजी का पुनर्गठन किया जाएगा। इसके अधीन तीन नए विभाग शुरू किए जाएंगे। जिसमें तीन नए इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय में शुरू किए जाएंगे। प्रत्येक नए पाठ्यक्रम में 120 सीटें होंगी। डीयू में तीन नए विभाग में कुल 360 सीटें होंगी। डीयू में इलेक्ट्रिक, इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर इंजीनियरिंग के तीन पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। प्रो योगेश ने कहा है कि हमारी योजना है कि इसी सत्र से यह पाठ्यक्रम शुरू हो जाएं। जिससे डीयू में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की पढ़ाई करने का सपना देखने वाले छात्रों को लाभ मिल सके। इससे पहले दिल्ली कॉलेज इंजीनियरिंग (अब दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी) और एनएसआईटी (अब एनएसयूटी), दिल्ली विश्वविद्यालय के अधीन थे। जिनमें इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम का संचालन होता था। लेकिन यह दोनों अब डीयू से अलग हो गए हैं। ऐसे में डीयू में इंजीनियरिंग के नए पाठ्यक्रम को शुरू करना मेरी प्राथमिकताओं में से एक है।
डेटा एनालिटिक्स के लिए भी छात्र हो जाएं तैयार
प्रो योगेश सिंह ने बताया कि उत्कृष्ट संस्थान (इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस) के अधीन कई नए पाठ्यक्रम को शुरू करने की योजना है। इस वर्ष डीयू में आईओएस के अधीन डेटा एनालिटिक्स पाठ्यक्रम को भी शुरू किया जाएगा। इसमें भी छात्रों के प्रवेश होंगे। डीयू में छात्रों के हितों के लिए कई नए काम शुरू किए जा रहे हैं। इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के साथ डेटा एनालिटिक्स जैसे कोर्स को शुरू करने से डीयू एक निर्णायक इंजीनियरिंग संस्थानों की सूची में अहम दर्जा प्राप्त करेगा।
डीयू में बनेगी कई नई इमारतें
डीयू में कई नए पाठ्यक्रम को शुरू करने और नए विभागों के गठन की योजना के बीच अब नई इमारतों को तैयार करने का काम भी तेजी से हो रहा है। इसकी जानकारी देते हुए डीयू के कुलपति प्रो योगेश सिंह ने बताया कि कई नए विभागों को शुरू करने के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करना बेहद जरूरी है। इसके लिए डीयू प्रशासन कई नई इमारतें इस शैक्षणिक सत्र 2022-23 से तैयार करेगा। डीयू में इस वर्ष कई बदलाव नजर आएंगे, जिनसे छात्रों को बहुत फायदा मिलेगा।
जेएनयू में भी स्नातक पाठ्यक्रमों में सीयूसीईटी से होगा प्रवेश
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) में भी स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीयूसीईटी) के माध्यम से प्रवेश के लिए बैठक व चर्चाओं का दौर जारी है। इस बारे में जेएनयू के स्पेशल सेंटर फॉर सिस्टम मेडिसिन के अध्यक्ष प्रो राणा प्रताप सिंह ने बताया कि सीयूसीईटी के जरिए जेएनयू में स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय में लगातार बैठकें, चर्चाएं हो रही हैं। इस पर जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा। प्रशासनिक स्तर कई बैठकों का दौर जारी है, जिस पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा। जेएनयू में विदेशी भाषाओं के कई स्नातक पाठ्यक्रमों में सीयूसीईटी के जरिए दाखिला मिलेगा। हालांकि, जेएनयू में अटल बिहारी वाजपेयी प्रबंधन और उद्यमिता स्कूल (एबीवीएसएमई) के पाठ्यक्रमों में आईआईएम अहमदाबाद द्वारा आयोजित कैट प्रवेश परीक्षा के जरिए दाखिला होगा। वहीं, जेएनयू के इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में जेईई प्रवेश परीक्षा के जरिए प्रवेश होगा।
सभी कोर्स के लिए हो सीयूसीईटी परीक्षा
जेएनयू के प्रो राणा प्रताप सिंह ने कहा है कि सीयूसीईटी प्रवेश परीक्षा के अधीन देश भर के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जाने वाले स्नातक पाठ्यक्रमों को ध्यान में रखते हुए कोई फैसला लेने की जरूरत है। इससे किसी भी केंद्रीय विश्वविद्यालय का कोई पाठ्यक्रम छूट न जाए। ऐसे में, कोई कोर्स अगर सीयूसीईटी के दायरे से छूट जाता है, तो इससे उस केंद्रीय विश्वविद्यालय के उस एक पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए वित्तीय बोझ पड़ेगा। इसलिए सीयूसीईटी कमेटी को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। जेएनयू में आयुर्वेद बायोलॉजी बीएससी एमएससी पांच वर्ष का इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम पढ़ाया जाता है। इसलिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) को केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जाने वाले विशेष कोर्सों को भी सीयूसीईटी के दायरे में शामिल करना बेहद जरूरी है।
जामिया में सीयूसीईटी के जरिए प्रवेश की है तैयारी
जामिया मिल्लिया इस्लामिया प्रशासन की तरफ से भी सीयूसीईटी के तहत प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने के लिए चर्चा हो रही है। इस संबंध में जामिया प्रशासन ने एक समिति का गठन किया है। जिसमें जामिया प्रशासन द्वारा सीयूसीईटी के जरिए योजना बनाई जाएगी। हालांकि, विश्वविद्यालय में स्नातक व स्नातकोत्तर में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित होती है। जामिया प्रशासन द्वारा सीयूसीईटी के अपनाए जाने से प्रवेश प्रक्रिया में विभिन्न बदलाव होने की संभावना है।
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देश के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में इस वर्ष नए शैक्षणिक सत्र 2022-23 से स्नातक पाठ्यक्रमों में सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीयूसीईटी) के जरिए दाखिला मिलेगा। इसके लिए दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) , जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) की तरफ से योजनाएं तैयार की जा रही हैं।
डीयू में इस साल से सत्र 2022-23 के लिए सीयूसीईटी या दिल्ली यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (डीयूसीईटी) के जरिए प्रवेश होंगे। डीयू प्रशासन द्वारा इस पर फैसला लिया गया है और डीयू के कुलपति प्रो योगेश सिंह ने इस फैसले पर कहा है कि इससे देश भर के 12वीं कक्षा के बोर्डों में जो असमानताएं थी, वह खत्म हो जाएगी।
वहीं, उम्मीद की जा रही है कि इस वर्ष 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के खत्म होने के बाद जब परीक्षा के नतीजे जारी किए जाएंगे। उसके ठीक बाद डीयू प्रशासन की तरफ से शैक्षणिक सत्र 2022-23 में स्नातक पाठ्यक्रमों मेें दाखिले सीयूसीईटी के माध्यम से होंगे। वहीं, डीयू की तरफ से छात्रों को कई नई सौगात भी नव वर्ष में मिलने जा रही है।
डीयू को केंद्र सरकार की तरफ से उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा प्राप्त है। उत्कृष्ट संस्थान के तहत डीयू प्रशासन कई नए पाठ्यक्रम भी छात्रों के लिए शुरू करेगा। डीयू के कुलपति प्रो योगेश सिंह ने अमर उजाला डिजिटल की एजुकेशन टीम से बातचीत में शैक्षणिक सत्र 2022-23 में शुरू किए जाने वाली कई नई योजनाओं से अवगत कराया।