उत्तराखंड के रुद्रपुर में 31वीं वाहिनी पीएसी की महिला कांस्टेबल ने खुद पर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा ली। आसपास के लोगों ने किसी तरह आग बुझाकर महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां एसडीएम विशाल मिश्रा ने महिला कांस्टेबल के बयान लिए। सेनानायक ददनपाल ने बताया कि कांस्टेबल ने घरेलू कलह के चलते यह कदम उठाने की बात कही है। उन्होंने बताया कि कांस्टेबल ने मंगलवार दोपहर डेढ़ बजे तक ड्यूटी भी की।
इधर, हालत नाजुक होने पर महिला कांस्टेबल को सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। एसटीएच के प्लास्टिक सर्जन डॉ. हिमांशु सक्सेना ने बताया कि महिला सिपाही की हालत बेहद गंभीर है। वह 50 से 60 फीसदी तक जली है। उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है। वहीं, रुद्रपुर जिला अस्पताल की डॉक्टर शिल्पी गुप्ता ने बताया कि आग लगने से महिला का मुंह, गला, हाथ और सीना झुलसा है। आग से महिला लगभग 35 प्रतिशत झुलसी है।
मूलरूप से दूनागिरि (अल्मोड़ा) निवासी एकता चौधरी (27) 31वीं वाहिनी पीएसी में कांस्टेबल है। सात साल पहले उसके पति गुंजन चौधरी की बीमारी से मौत हो गई थी। मृतक आश्रित कोटे से एकता को नौकरी मिली। बीते कुछ वर्षों से वह अपने सात वर्षीय बेटे कन्हैया के साथ हंस विहार कॉलोनी में रह रही है।
मंगलवार को एकता घर में बेटे के साथ थी। शाम करीब पांच बजे एकता ने खुद पर पेट्रोल उड़ेल लिया और आग लगा ली। उसकी चीखें सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और किसी तरह आग बुझाई। सूचना पर सेनानायक ददन पाल और एसडीएम विशाल मिश्रा अस्पताल में उसका हाल जानने पहुंचे। यहां उसकी हालत नाजुक होने पर उसे सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी रेफर कर दिया गया।
अपनी ही स्कूटी से निकाला पेट्रोल
आग लगाने से पहले महिला कांस्टेबल एकता ने घर के बाहर खड़ी अपनी स्कूटी से पेट्रोल निकाला था। पेट्रोल मुंह में छिड़ककर उसने आग लगाई। आग सीधे मुंह में लगने से वह गंभीर रूप से झुलसी है। हालांकि अभी डॉक्टरों ने उन्हें किसी तरह का खतरा नहीं बताया है।
डिप्टी कमांडेंट करेंगे मामले की जांच
महिला कांस्टेबल के खुद को आग लगाने के पीछे पारिवारिक कलह बताया जा रहा है। हालांकि इसका पता जांच के बाद ही चलेगा। सेनानायक ददन पाल ने बताया कि महिला कांस्टेबल का आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास करने का मामला बेहद गंभीर है। इस मामले की डिप्टी कमांडेंट से जांच कराई जाएगी।
विस्तार
उत्तराखंड के रुद्रपुर में 31वीं वाहिनी पीएसी की महिला कांस्टेबल ने खुद पर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा ली। आसपास के लोगों ने किसी तरह आग बुझाकर महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां एसडीएम विशाल मिश्रा ने महिला कांस्टेबल के बयान लिए। सेनानायक ददनपाल ने बताया कि कांस्टेबल ने घरेलू कलह के चलते यह कदम उठाने की बात कही है। उन्होंने बताया कि कांस्टेबल ने मंगलवार दोपहर डेढ़ बजे तक ड्यूटी भी की।
इधर, हालत नाजुक होने पर महिला कांस्टेबल को सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। एसटीएच के प्लास्टिक सर्जन डॉ. हिमांशु सक्सेना ने बताया कि महिला सिपाही की हालत बेहद गंभीर है। वह 50 से 60 फीसदी तक जली है। उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है। वहीं, रुद्रपुर जिला अस्पताल की डॉक्टर शिल्पी गुप्ता ने बताया कि आग लगने से महिला का मुंह, गला, हाथ और सीना झुलसा है। आग से महिला लगभग 35 प्रतिशत झुलसी है।
मूलरूप से दूनागिरि (अल्मोड़ा) निवासी एकता चौधरी (27) 31वीं वाहिनी पीएसी में कांस्टेबल है। सात साल पहले उसके पति गुंजन चौधरी की बीमारी से मौत हो गई थी। मृतक आश्रित कोटे से एकता को नौकरी मिली। बीते कुछ वर्षों से वह अपने सात वर्षीय बेटे कन्हैया के साथ हंस विहार कॉलोनी में रह रही है।
एकता घर में बेटे के साथ थी
मंगलवार को एकता घर में बेटे के साथ थी। शाम करीब पांच बजे एकता ने खुद पर पेट्रोल उड़ेल लिया और आग लगा ली। उसकी चीखें सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और किसी तरह आग बुझाई। सूचना पर सेनानायक ददन पाल और एसडीएम विशाल मिश्रा अस्पताल में उसका हाल जानने पहुंचे। यहां उसकी हालत नाजुक होने पर उसे सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी रेफर कर दिया गया।
अपनी ही स्कूटी से निकाला पेट्रोल
आग लगाने से पहले महिला कांस्टेबल एकता ने घर के बाहर खड़ी अपनी स्कूटी से पेट्रोल निकाला था। पेट्रोल मुंह में छिड़ककर उसने आग लगाई। आग सीधे मुंह में लगने से वह गंभीर रूप से झुलसी है। हालांकि अभी डॉक्टरों ने उन्हें किसी तरह का खतरा नहीं बताया है।
डिप्टी कमांडेंट करेंगे मामले की जांच
महिला कांस्टेबल के खुद को आग लगाने के पीछे पारिवारिक कलह बताया जा रहा है। हालांकि इसका पता जांच के बाद ही चलेगा। सेनानायक ददन पाल ने बताया कि महिला कांस्टेबल का आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास करने का मामला बेहद गंभीर है। इस मामले की डिप्टी कमांडेंट से जांच कराई जाएगी।