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ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे: 60 किमी हिस्से में तोताघाटी समेत करीब 18 स्थानों पर हा रहा भूस्खलन

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, देवप्रयाग/गोपेश्वर Published by: अलका त्यागी Updated Sat, 28 Aug 2021 09:08 PM IST
सार

शुक्रवार रात देवप्रयाग से तपोवन करीब 60 किमी क्षेत्र में राजमार्ग जगह-जगह मलबे से पट गया। थाना प्रभारी महिपाल रावत ने बताया कि तोताघाटी में सड़क धंस गई है।

बदरीनाथ हाईवे
बदरीनाथ हाईवे - फोटो : अमर उजाला

विस्तार

तेज बारिश से ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे तोताघाटी समेत लगभग 18 स्थानों पर मलबा गिरने से अवरुद्ध है। हालांकि शुक्रवार शाम को हाईवे खुल गया था, जिससे जगह-जगह फंसे वाहन निकल गए थे। लेकिन देर रात मलबा गिरने से हाईवे फिर से हो गया। उधर, चमोली जिले में भी बदरीनाथ हाईवे जगह-जगह बंद रहा। हालांकि करीब 12 घंटे बाद हाईवे पर आवाजाही शुरू हो गई थी। 



शुक्रवार रात देवप्रयाग से तपोवन करीब 60 किमी क्षेत्र में राजमार्ग जगह-जगह मलबे से पट गया। थाना प्रभारी महिपाल रावत ने बताया कि तोताघाटी में सड़क धंस गई है। इसके अलावा 18 स्थानों पर मलबा गिरा हुआ है। लोनिवि राष्ट्रीय राजमार्ग खंड के ईई बलराम मिश्रा ने बताया कि हाईवे से मलबा हटाने के लिए जेसीबी लगाई गई है। 


उधर, चमोली जिले में स्थित भनरेपानी, पागलनाला, काली मंदिर, गरुड़ गंगा, टंगणी और पीपलीकोटी मंदिर के समीप भी मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे करीब 12 घंटे बंद रहा। वहीं, हेलंग-उर्गम मोटर मार्ग पर सलना व ल्यारी के बीच अतिवृष्टि से भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर सड़क पर आने से यातायात ठप हो गया है। चमोली-मंडल-कुंड हाईवे भी देवलधार में मलबा आने से सात घंटे तक बंद रहा। सुबह करीब पांच बजे मार्ग बंद हुआ, जो दोपहर करीब 12 बजे सुचारु हो पाया। 

मलारी हाईवे पर फिर गिरा मलबा

भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले मलारी हाईवे के जल्द बहाल होने की उम्मीद है। शनिवार को बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) की ओर से दोपहर बाद हाईवे से मलबा हटाकर वाहनों की आवाजाही शुरू करने की तैयारी थी, लेकिन अपराह्न चार बजे दोबारा मलबा गिर गया। रविवार से हाईवे के सुचारु होने की उम्मीद है।

मलारी हाईवे पिछले 15 दिनों से अवरुद्घ है। शनिवार को बीआरओ की ओर से हाईवे को खोलने की तैयारी थी, लेकिन हाईवे पर फिर अचानक मलबा गिर गया। वहीं, नीती घाटी के 14 गांवों में बिजली सप्लाई भी ठप पड़ी हुई है।

सूके भलगांव को ग्राम प्रधान लक्ष्मण सिंह बुटोला ने कहा कि उरेडा को घाटी में सोलर लाइटें स्थापित करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि अंधेरा होने के कारण वन्य जीव भी आबादी क्षेत्रों की ओर आ रहे हैं। बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने बताया कि मौसम सामान्य रहने पर रविवार को सुबह से हाईवे से वाहनों की आवाजाही शुरू करवाई जाएगी।
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