{"_id":"637dacc66d2dc27d1b0481d2","slug":"electricity-government-focus-on-three-power-projects-of-uttarakhand-news-in-hindi","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"उत्तराखंड: प्रदेश की तीन बिजली परियोजनाओं पर सरकार का फोकस, राज्य ने खटखटाया केंद्र का दरवाजा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
उत्तराखंड: प्रदेश की तीन बिजली परियोजनाओं पर सरकार का फोकस, राज्य ने खटखटाया केंद्र का दरवाजा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, देहरादून
Published by: रेनू सकलानी
Updated Wed, 23 Nov 2022 10:53 AM IST
सार
लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें
सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम का कहना है कि आगामी छह माह में इस परियोजना को टेंडर फेज में लाने की कोशिश है। बताया कि तीन बड़ी परियोजनाओं पर सरकार ने विशेष फोकस किया हुआ है। बावला नंदप्रयाग, किशाऊ और लखवाड़ के लिए लक्ष्य तय किया गया है।
प्रदेश में जल विद्युत परियोजनाओं की राह खोलने का प्रयास कर रही सरकार का तीन बड़ी परियोजनाओं पर फिलहाल विशेष फोकस है। इन परियोजनाओं से 1260 मेगावाट बिजली उत्पादन होगा। लखवाड़ परियोजना : 300 मेगावाट क्षमता की इस परियोजना को 1976 में मंजूरी दी गई थी, लेकिन इसका काम 1992 में रुक गया था।
देहरादून के निकट यमुना नदी पर इस परियोजना का 204 मीटर ऊंचा कंक्रीट का बांध बनना है। इस परियोजना का काम उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड देख रही है। इसके टेंडर भी जारी हो चुके हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।
किशाऊ बांध परियोजना : देहरादून के निकट टोंस नदी पर हिमाचल और उत्तराखंड के बीच यह बांध बनना प्रस्तावित है। इस परियोजना से 660 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। परियोजना से उत्तराखंड के अलावा हिमाचल, यूपी, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली को पेयजल व सिंचाई का पानी मिलेगा।
परियोजना पर जनसुनवाई का काम पूरा
वहीं, हिमाचल व उत्तराखंड को इससे बिजली भी मिलेगी। इस परियोजना में होने वाले खर्च को लेकर राज्य सरकार ने केंद्र को पत्र भेजा है। सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम का कहना है कि आगामी छह माह में इस परियोजना को टेंडर फेज में लाने की कोशिश है।
बावला नंदप्रयाग परियोजना : 300 मेगावाट की यह परियोजना चमोली जिले के नंद्रप्रयाग में अलकनंदा पर बावला जल विद्युत परियोजना के नाम से बननी है। इस परियोजना पर जनसुनवाई का काम लगभग पूरा हो चुका है। राज्य सरकार इस परियोजना को जल्द धरातल पर लाने के लिए प्रयासरत है। परियोजना का निर्माण यूजेवीएनएल को करना है। अधिकारियों का कहना है कि इस परियोजना में तेजी से काम किया जा रहा है।
तीन बड़ी परियोजनाओं पर सरकार ने विशेष फोकस किया हुआ है। बावला नंदप्रयाग, किशाऊ और लखवाड़ के लिए लक्ष्य तय किया गया है। तीनों में प्रगति भी नजर आ रही है। -आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव, ऊर्जा
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।