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दून-हरिद्वार के बीच 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनों के संचालन पर फिलहाल ब्रेक लग गया है। मंगलवार से 100 की रफ्तार से ट्रेनों का संचालन होना था, लेकिन वन विभाग से अभी तक इस पर सहमति नहीं मिल पाई है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार शीर्ष अधिकारियों की ओर से इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों से वार्ता की जा रही है। अनुमति मिलने के बाद भी ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाई जाएगी। विदित है कि रेलवे के मुरादाबाद मंडल ने देहरादून-हरिद्वार के बीच 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनों का संचालन करने का निर्णय लिया था।
विगत 14 फरवरी को इसका ट्रायल भी किया था। ट्रायल सफल होने के बाद मंडल ने मंगलवार से दून-हरिद्वार के बीच 100 किमी की रफ्तार से ट्रेन चलाने का निर्णय लिया था, लेकिन फिलहाल मंडल ने ही अपने निर्णय पर रोक लगा दी है।
बताया जा रहा है कि ट्रेनों की स्पीड में राजाजी टाइगर रिजर्व क्षेत्र आड़े आ रहा है। यहां वन विभाग ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने पर सहमत नहीं हो रहा है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि राजाजी क्षेत्र में भी स्पीड बढ़ाने को लेकर वन विभाग से वार्ता चल रही है। वन विभाग की सहमति मिलने के बाद ही सभी स्टेशनों से ट्रेनों की स्पीड बढ़ाई जाएगी।
एक मार्च से शुरू हो सकती हैं पैसेंजर ट्रेनें
एक साल से बंद चल रही पैसेंजर ट्रेनों को चलाने के लिए मांगे उठती रही है। ऐसे में अब रेलवे बोर्ड ने इज्जतनगर डिविजन से कुछ पैसेंजर ट्रेनों को चलाने के लिए प्रस्ताव मांगा है। यदि सब कुछ ठीक रहा था तो एक मार्च से पैसेंजर ट्रेनें चल सकती हैं।
पीसीओएम गोरखपुर की ओर से जारी पत्र में इज्जतनगर डिविजन से जिन पैसेंजर ट्रेनों को चलाने का प्रस्ताव मांगा है। उनमें कासगंज से काशीपुर, बरेली से काशीपुर, मुरादाबाद से रामनगर, काठगोदाम से मुरादाबाद 12 ट्रेनें शामिल हैं।
इज्जतनगर डिविजन इन ट्रेनों का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजेगा। प्रस्ताव मिलने के बाद इन पैसेंजर ट्रेनों को संचालित किया जाएगा। अनुमान है कि एक मार्च से इन ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा।
दून-हरिद्वार के बीच 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनों के संचालन पर फिलहाल ब्रेक लग गया है। मंगलवार से 100 की रफ्तार से ट्रेनों का संचालन होना था, लेकिन वन विभाग से अभी तक इस पर सहमति नहीं मिल पाई है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार शीर्ष अधिकारियों की ओर से इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों से वार्ता की जा रही है। अनुमति मिलने के बाद भी ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाई जाएगी। विदित है कि रेलवे के मुरादाबाद मंडल ने देहरादून-हरिद्वार के बीच 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनों का संचालन करने का निर्णय लिया था।
विगत 14 फरवरी को इसका ट्रायल भी किया था। ट्रायल सफल होने के बाद मंडल ने मंगलवार से दून-हरिद्वार के बीच 100 किमी की रफ्तार से ट्रेन चलाने का निर्णय लिया था, लेकिन फिलहाल मंडल ने ही अपने निर्णय पर रोक लगा दी है।
बताया जा रहा है कि ट्रेनों की स्पीड में राजाजी टाइगर रिजर्व क्षेत्र आड़े आ रहा है। यहां वन विभाग ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने पर सहमत नहीं हो रहा है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि राजाजी क्षेत्र में भी स्पीड बढ़ाने को लेकर वन विभाग से वार्ता चल रही है। वन विभाग की सहमति मिलने के बाद ही सभी स्टेशनों से ट्रेनों की स्पीड बढ़ाई जाएगी।
एक मार्च से शुरू हो सकती हैं पैसेंजर ट्रेनें
एक साल से बंद चल रही पैसेंजर ट्रेनों को चलाने के लिए मांगे उठती रही है। ऐसे में अब रेलवे बोर्ड ने इज्जतनगर डिविजन से कुछ पैसेंजर ट्रेनों को चलाने के लिए प्रस्ताव मांगा है। यदि सब कुछ ठीक रहा था तो एक मार्च से पैसेंजर ट्रेनें चल सकती हैं।
पीसीओएम गोरखपुर की ओर से जारी पत्र में इज्जतनगर डिविजन से जिन पैसेंजर ट्रेनों को चलाने का प्रस्ताव मांगा है। उनमें कासगंज से काशीपुर, बरेली से काशीपुर, मुरादाबाद से रामनगर, काठगोदाम से मुरादाबाद 12 ट्रेनें शामिल हैं।
इज्जतनगर डिविजन इन ट्रेनों का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजेगा। प्रस्ताव मिलने के बाद इन पैसेंजर ट्रेनों को संचालित किया जाएगा। अनुमान है कि एक मार्च से इन ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा।