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Share Market Update: नए ऑल टाइम हाई की ओर बढ़ रहा बाजार या फिर हैं गिरावट के आसार, जानें क्या कहते हैं जानकार?
बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: विवेक दास
Updated Sat, 10 Dec 2022 07:38 PM IST
सार
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Share Market Weekly Round Up: शुक्रवार के कारोबारी सेशन में आईटी सेक्टर के शेयरों में भारी बिकवाली दिखी। शुक्रवार के दिन सेंसेक्स में करीब 600 अंकों से अधिक की गिरावट दिखी और यह 62 हजार के नीचे पहुंचा। शुक्रवार के दिन डॉलर के मुकाबले रुपया 15 पैसे मजबूत हुआ और यह 82.27 अंकों के स्तर पर बंद हुआ।
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार (9 दिसंबर 2022) को घरेलू शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स 389 अंक टूटकर 62181 अंकों के लेवल पर जबकि निफ्टी 112 अंकों की गिरावट के साथ 18496 अंकों के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि शुक्रवार के दिन बैंक निफ्टी ऑल टाइम हाई पर बंद हुआ। शुक्रवार के कारोबारी सेशन में आईटी सेक्टर के शेयरों में भारी बिकवाली दिखी। शुक्रवार के दिन सेंसेक्स में करीब 600 अंकों से अधिक की गिरावट दिखी और यह 62 हजार के नीचे पहुंचा। शुक्रवार के दिन डॉलर के मुकाबले रुपया 15 पैसे मजबूत हुआ और यह 82.27 अंकों के स्तर पर बंद हुआ। इससे पहले गुरुवार को यह 82.42 अंकों के लेवल पर बंद हुआ था। आइए जानते हैं आने वाले हफ्ते में कैसी रह सकती है बाजार की चाल? घरेलू शेयर एक नए ऑल टाइम हाई की ओर बढ़ रहा है या है गिरावट का अंदेशा? डॉलर के मुकाबले रुपये की क्या स्थिति है? बाजार की चाल पर क्या है जानकारों की राय?
शेयर बाजार कारोबार
- फोटो : pixabay
# वैश्विक आर्थिक मंदी की चिंता के कारण बाजार में बढ़ा उतार-चढ़ाव
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के हेड ऑफ रिसर्च विनोद नायर के अनुसार, "रिकॉर्ड ऊंचाई को छूने के बाद आरबीआई की एमपीपी की बैठक के दौरान घरेलू बाजार में महत्वपूर्ण उतार-चढ़ाव का अनुभव हुआ, आर्थिक मंदी के डर और फेड रेट में बढ़ोतरी की चिंता के कारण वैश्विक बाजार में गिरावट आई। आरबीआई ने उम्मीद के मुताबिक नीतिगत दरों में 35 आधार अंकों की बढ़ोतरी की, जबकि सतर्क रहने और आगामी बैठक में दर में और वृद्धि का संकेत दिया। विकास का समर्थन करते हुए मुद्रास्फीति को लक्ष्य सीमा के भीतर लाने के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी के नीतिगत रुख को बनाए रखा गया। FY23 के लिए GDP पूर्वानुमान को 7.0% से घटाकर 6.8% कर दिया गया। बीते हफ्ते के दौरान कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।
# चीन में कोविड प्रतिबंधों में ढील से बाजार को मिल सकती है राहत
हालांकि, चीन में COVID प्रतिबंधों को कम करने के फैसले से मांग के दृष्टिकोण को देखते हुए बाजार को लाभ हुआ। दूसरी ओर,रूसी तेल पर नए प्रतिबंधों ने वैश्विक बाजारों में अस्थिरता को और बढ़ा दिया। आईटी क्षेत्र में प्रॉफिट बुकिंग देखी गई। वैश्विक मंदी की आशंकाओं के कारण बाजार में ऊहापोह की स्थिति अब भी बनी हुई है। बाजार वर्तमान में प्रीमियम वैल्यूएशन पर कारोबार कर रहा है। आय में वृद्धि धीमी होगरी तो बाजार की धारणा भी प्रभावित होगी। बाजार में अस्थिरता बने रहने की उम्मीद है क्योंकि हम घरेलू और अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े और अगले सप्ताह फेड की ब्याज दरों पर फैसले का इंतजार कर रहे हैं। एफओएमसी की वर्ष की अंतिम बैठक में ब्याज दरों में आधे प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है, यह बैठक 13-14 दिसंबर 2022 को होने वाली है।"
शेयर बाजार
- फोटो : pixabay
# निवेशक उत्सुकता से यूएस फेड के फैसले का कर रहे इंतजार
कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के टेक्निकल रिसर्च सेगमेंट के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट अमोल अठावले के अनुसार, बाजार में प्रॉफिट बुकिंग शुरू हो गई। निवेशकों ने आईटी, मेटल और रियल्टी शेयरों में बिकवाली की। उन्होंने कहा, "सेंसेक्स बेंचमार्क अब भी 62000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर बंद होने में कामयाब रहा। हाल के रुझानों से संकेत मिलता है कि बाजार में इंट्रा-डे उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। क्योंकि निवेशक उत्सुकता से अगले सप्ताह ब्याज दर पर यूएस फेड के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। दरों में बढ़ोतरी से ज्यादा, निवेशकों की दिलचस्पी महंगाई पर फेड के भविष्योन्मुखी बयान और आगे बढ़ने वाले दरों के फैसले के बारे में जानने में है। तकनीकी रूप से, इंट्राडे चार्ट पर निचला टॉप फॉर्मेशन और साप्ताहिक चार्ट पर बियरिश कैंडल मौजूदा स्तरों से और कमजोरी के संकेत दे रहा है। शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स के लिए, 20-दिवसीय एसएमए (सिंपल मूविंग एवरेज) या 18450 एक महत्वपूर्ण सपोर्ट के रूप में कार्य करेगा, जिसके ऊपर हम 18700 तक एक पुलबैक रैली की उम्मीद कर सकते हैं। दूसरी तरफ, 20 दिन के एसएमए के आधार पर बाजार 18450 से नीचे 18300-18200 के रेंज में कारोबार कर सकता है इन स्तरों पर बिकवाली संभव है।"
कच्चा तेल
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# क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट भारत के लिए सकारात्मक
कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के इक्विटी रिसर्च के प्रमुख श्रीकांत चौहान के अनुसार भारत में इक्विटी बाजारों ने इस सप्ताह नकारात्मक रिटर्न दिया। बीएसई सेंसेक्स, निफ्टी 50, बीएसई मिडकैप और बीएसई स्मॉल-कैप जैसे प्रमुख सूचकांक सप्ताह के अंत में लाल रंग में बंद हुए। बीते सप्ताह बीएसई आईटी, बीएसई हेल्थकेयर और बीएसई पावर इंडेक्स में तेज गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर, बीएसई एफएमजीसी, बीएसई कैपिटल गुड्स और बीएसई बैंक एक्स में मामूली बढ़त दिखी। एफपीआई सप्ताह के दौरान भारतीय इक्विटी के शुद्ध विक्रेता रहे हैं। घरेलू बाजारों ने आरबीआई एमपीसी की ओर से 35 बीपीएस रेपो रेट बढ़ोतरी पर प्रतिक्रिया दी। आरबीआई एमपीसी ने विकास पर आशावादी रुख व्यक्त किया है लेकिन केंद्रीय बैंक ने यह भी कहा है कि मुद्रास्फीति से निपटने पर उसका विशेष फोकस रहेगा। इस सप्ताह क्रूड ऑयल की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई और यह भारत के लिए सकारात्मक है। चीन की ओर से कोविड प्रतिबंधों में ढील के प्रभाव पर बाजार को नजर रखने की जरूरत है। अमेरिका में, 10 साल की ट्रेजरी यील्ड में पिछले कुछ हफ्तों में लगातार गिरावट देखी गई है। नवंबर 2022 में 4.22% के उच्च स्तर की तुलना में 10 साल की अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड अब 3.5% से नीचे है।
शेयर बाजार
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# बैंक निफ्टी इंडेक्स में उच्च स्तर पर दिखी बिकवाली
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक कुणाल शाह का कहना है, "बैंक निफ्टी इंडेक्स में उच्च स्तर पर कुछ बिकवाली का दबाव दिखा, जहां नए शॉर्ट पोजीशन बनाए गए थे। इंडेक्स अब भी 43,000-44,000 के बीच एक व्यापक रेंज में कारोबार कर रहा है, जहां क्रमशः पुट और कॉल राइटिंग की एक महत्वपूर्ण मात्रा देखी गई है। जियोजीत के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, "घरेलू बाजार में आज की गिरावट वैश्विक मंदी की आशंकाओं पर कारोबार में संभावित मंदी की चेतावनी के बाद आईटी शेयरों में बिकवाली के कारण आई। बाजार को भारी बिकवाली का सामना करना पड़ा क्योंकि बैंकों ने अपनी पकड़ खो दी थी। मोटे तौर पर सकारात्मक, हालांकि फेड की ओर से अगले सप्ताह ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की वृद्धि की उम्मीद है।"
शेयर बाजार
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# मंदी की आशंकाओं के बीच भारत सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला बाजार
कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के वीपी अनिंद्य बनर्जी के अनुसार, कमजोर यूएस डॉलर इंडेक्स और तेल की कीमतों में गिरावट के कारण यूएसडीआईएनआर स्पॉट 14 पैसे की गिरावट के साथ 82.27 पर बंद हुआ। एलकेपी सिक्योरिटीज के अनुसंधान प्रमुख एस रंगनाथन के अनुसार "डॉलर के संदर्भ में आज की तारीख में भारत सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला बड़ा बाजार रहा है, एसआईपी के माध्यम से घरेलू प्रवाह जीवन काल के उच्च स्तर पर हैं जो एक वर्ष से अधिक समय से घरेलू निवेशकों की बढ़ती परिपक्वता और विश्वास को दर्शाता है।"
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